किसान की मौत पर देशभर में मनाया ब्लैक डे, उत्तराखंड में सीटू ने मोदी का पुतला फूंक कर मनाया विरोध दिवस

देशभर के किसानों ने आज ‘काला दिवस’ मनाया। जगह-जगह किसानों ने नेताओं के पुतले फूंके और युवा किसान की मौत को लेकर विरोध प्रदर्शन व्यक्त किया। वहीं पंजाब सरकार ने आज मृतक किसान शुभकरन सिंह के परिजनों को एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की। इसी क्रम में सरकार ने मृतक की बहन को सरकारी नौकरी देने का ऐलान भी किया। मालूम हो कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर हरियाणा और पंजाब के किसान आंदोलन कर रहे हैं। शंभू और दातासिंह वाला बॉर्डर पर डटे किसानों ने बुधवार सुबह दिल्ली कूच का प्रयास किया। जवाब में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आंसू गैस के गोले बरसाए और रबड़ की गोलियां भी चलाईं। दातासिंह वाला बॉर्डर पर दो किसान गोली लगने से जख्मी हो गए, जिनमें से बठिंडा के गांव बल्लोंके के युवा शुभकरण (23 वर्ष) की मौत हो गई। दूसरे किसान संगरूर के नवांगांव के प्रीतपाल सिंह को भी गंभीर चोट आई है। उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किसान की मौत को लेकर शुक्रवार 23 फरवरी को ‘काला दिवस’ मनाने का आह्वान किया गया था। इसका असर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी देखने को मिला। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) ने किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलाबारी में हुए शहीद किसान को श्रद्धांजलि देते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंक कर विरोध दिवस मनाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शुक्रवार को आज पूर्व नियोजित कार्यक्रमानुसार सीटू से जुड़े कार्यकर्ता देहरादून में राजपुर रोड स्थित सीटू कार्यालय में एकत्र हुए और वहां नारे लगाते हुए प्रधानमंत्री का पुतला लेकर जलूस के रूप में राजपुर रोड गांधीपार्क से होते हुए क्वालिटी चौक पहुंचे। यहां पीएम का पुतला फूंका गया। इस अवसर पर सीटू के प्रांतीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन को मोदी सरकार की ओर से दमन किया जाना उचित नही है, बल्कि उनसे वार्ता कर एमएसपी पर कानून बनाने के बजाय आंदोलन का दमन कर रही है। इस कारण नौजवान किसान की मृत्यु हो गई। इससे किसान मजदूरो वर्ग में व्यापक रोष व्याप्त है।आने वाले चुनाव में मजदूर किसान ही मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल कर देंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर अखिल भारतीय किसान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण ने केंद्र की मोदी सरकार को किसानों की हत्यारी सरकार की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांगों को बिना मनवाए नही मानेंगे। इस अवसर पर सीपीएम के अनन्त आकाश, राजेन्द्र पुरोहित, कमरुद्दीन, आंदोलनकारी परिषद के संरक्षक नवनीत गुसाई, भीम आर्मी के अमजद, रविन्द्र नौढियाल, रामसिंह भंडारी, अर्जुन रावत, चित्रकला, पूनम सिंह, एसएफआई के प्रांतीय सचिव हिमांशु चौहान, शैलेन्द्र परमार, अनील गोस्वामी, अली अहमद, सुनीता रावत, लक्ष्मी पंत, मनीषा, अर्चना, रीता देवी आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।