दिव्यांगों के प्रतिनिधित्व बढ़ाने को भाजपा गठित करेगी दिव्यांग प्रकोष्ठ: महेंद्र भट्ट
उन्होंने कहा, संगठन के इन प्रयासों को अधिक गति देने के लिए पार्टी दिव्यांगजनों का अलग प्रकोष्ठ के गठन करने जा रही है । जिसके माध्यम से न केवल समाज के इस बड़े तबके को पार्टी में उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा साथ ही उनकी समस्याओं की जानकारी व उनके निदान पर सरकार से विचारों को साझा किया जा सकेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उतराखंड प्रभावी और सबसे शसक्त धर्मांतरण कानून बनाने वाला राज्य
महेन्द्र भट्ट ने कहा है कि उत्तराखंड देश में सबसे अधिक सजा के प्राविधान के साथ सबसे सशक्त धर्मांतरण कानून बनाने वाला राज्य बना है, जो समस्त प्रदेशवासियों के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा, इस कानून को लेकर हमारी नीति और नियत स्पष्ट थी तभी सड़क पर विरोध करने वाली कांग्रेस को भी सदन में इस बिल का समर्थन करना पड़ा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में महेंद्र भट्ट ने बताया कि बल या प्रलोभन से धर्मान्तरण पर रोक वाले इस अधिनियम व ऐतिहासिक महिला आरक्षण अधिनियम को लेकर जनजागरण के उद्देश्य से पार्टी विशेष संवाद कार्यक्रम कल से प्रारम्भ करने जा रही है। उन्होंने जानकारी दी, अब तक जिन 9 राज्यों में अवैध धर्मांतरण पर रोके लगाने के लिए कानून बने हैं उनमें सबसे अधिक सजा 3 से 10 वर्ष का प्रावधान श्री पुष्कर सिंह धामी जी की सरकार ने किया है। साथ ही पीड़ित को दोषी से 5 लाख तक के मुआवजे की व्यवस्था भी इसमें की गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए है कि जबरन, प्रलोभन या छल कपट से धर्मान्तरण के अवैध कामों में लगे दोषियों को कड़ी सजा मिले व ऐसे लोगों में कानून का खौफ बने। इसी तरह तमाम कानूनी व षडयंत्रकारी बाधाओं व विपक्ष की तमाम किन्तु परंतु के वावजूद धामी सरकार ने महिलाओं को 30 फीसदी क्षेतिज आरक्षण का हक देने के विधेयक को सर्वसम्मति से पास कराया। उन्होंने सदन में समर्थन के लिए विपक्षी पार्टी व निर्दलीय विधायकों का भी धन्यवाद किया। भट्ट ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपना काम कर दिया है। अब पार्टी शीघ्र कानून बनने जा रहे इन दोनों अधिनियमों की जानकारी जनता तक पहुंचाकर जगरूक करने का काम सभी जिलों में करने जा रही है। इसमें पार्टी के पदाधिकारी व प्रदेश प्रवक्ता सभी जिलों में पत्रकार वार्ता कर संवाद करेंगे।