भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने छोड़े शब्द बाण, हरीश रावत का जताया आभार, दी नसीहत
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पर शब्द वाण छोड़े। उन पर राजनीतिक हमला किया। साथ ही उनका आभार भी जताया और उन्हें नसीहत भी दे डाली। नसीहत ये दी कि यदि तुष्टीकरण की नीति छोड़ोगे और जनता के बीच जाओगे और काम करोगे, सच्चा बोलेगे तो आपकी भी जीत होगी।
बंशीधर भगत ने कहा कि हरीश रावत ने मुझे राजनीति का प्रिंसिपल बनने का आफर दिया। खुशी है कि कांग्रेस में उन्हें ऐसा कोई नहीं दिखा, जिसे प्रिंसिपल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि जीतने के लिए गुरु मंत्र नहीं चाहिए। जीतने के लिए विकास चाहिए। आपने कहा बिना विकास किए मैं जीतता हूं। मेरी पहले नैनीताल विधानसभा थी। यहां से मैं तीन बार, फिर हल्द्वानी से जीता। जिस सीट को अजेय कहा जाता था, वहां भी जीता। कालाढुंगी में भी जीता।
भगत ने कहा कि मैं चुनाव इसलिए जीता क्योंकि क्षेत्र की जनता पढ़ी लिखी है, विद्वान है। देख समझ कर वोट डालती है। कोई गुमराह करे, अंधेरे में रखकर वोट ले, तुष्टीकरण की राजनीति में जनता वोट नहीं देती। काम पर वोट देती है, समझदार विद्वान जनता है। इसलिए जीतता हूं। उन्होंने हरीश रावत को सलाह दी कि आप भी जनता के बीच जाएं। काम करें। तुष्टिकरण छोड़े तो निश्चित आपकी विजय होगी। तुष्टीकरण की राजनीति बंद करें। साफ सच्चा बोलना सीखें। आपने प्रिंसिपल बनने को कहा मैं हर्षित हुआ।
बंशीधर भगत ने हरीश रावत को जवाब दिया कि आपने मुझे इस योग्य समझा कि मैं आपके कांग्रेस के नेताओं को पढ़ा सकूं। इसके लिए आपका बहुत बहुत आभार, दोहराना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि गफलत में चुनाव नहीं जीता जाता। चुनाव के लिए मेहनत की जाती है। विकास करना पड़ता है।
आम जनता के बीच जाकर विकास और झूठ से बचने की आवश्यकता होती है।
उपवास के बजाए पश्चाताप पर हरीश रावत के कटाक्ष पर उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की राय का सम्मान करते है कि उन्हें कांग्रेस में प्रिंसिपल के लिए कोई उपयुक्त नेता नही मिला। गौरतलब है कि हरीश रावत के प्रस्तावित उपवास पर विगत दिनों बीजेपी अध्यक्ष ने रावत को अपने कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार पर पश्चाताप करने की सलाह दी थी।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।