बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरा, बोले-देश में 1.5 करोड़ पद खाली और बेरोजगार घूम रहे नौजवान
अपनी ही सरकार पर बेबाक टिप्पणी कर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अब फिर से एक बड़ा बयान दिया है। इस बार उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरा है।
अपनी ही सरकार पर बेबाक टिप्पणी कर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अब फिर से एक बड़ा बयान दिया है। इस बार उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू और मुस्लिम का कोई मुद्दा नहीं है। ये तो केवल असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है। पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने कहा कि देश में डेढ़ करोड़ नौकरियां ( पद) खाली हैं, जो भरी नहीं जा रही हैं और नौजवान खाली पेट बेरोजगारी की मार झेलता घूम रहा है। उन्होंने कहा कि करोड़ों बेरोजगारों को नहीं पता कि आगे उनके साथ क्या होने वाला है। पीलीभीत में विधानसभा और विधान परिषद चुनाव के बाद पहली बार स्थानीय सांसद वरुण गांधी अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में दो दिवसीय दौरे पर आए और अपने अस्थाई आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने सभा की। वरुण गांधी ने कहा कि निजीकरण होगा तो नौकरियां सीमित होंगी तथा बेरोजगारी और बढ़ेगी। सांसद ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम कोई मुद्दा नहीं है, यह मुद्दा केवल इसलिए है कि असली मुद्दों पर ध्यान ना दिया जाए।लंबे अरसे के बाद बीजेपी नेता और सांसद वरुण गांधी दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में आए। वरुण गांधी ने अपने अस्थाई आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ एक बड़ी सभा की। सभा के दौरान संबोधित करते हुए वरुण गांधी अपनी ही सरकार को घेरते दिखे। वहीं किसान आंदोलन की भी बात की। कार्यक्रम के बाद अचानक वरुण गांधी जिला कारागार भी पहुंचे।
सभा में वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को घेरा और किसान आंदोलन की चर्चा की। युवाओं के रोजगार का मुद्दा उठाते हुए गांधी ने कहा कि हमारी लड़ाई रोजगार और आर्थिक समानता की है, हमारा संविधान यह कहता है कि सबको समान आर्थिक अवसर मिलना चाहिए। सांसद ने कहा कि यह तब संभव है, जब हर हाथ को काम मिलेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि किसी के भी बैंक खाते में पैसे नहीं आए, दो करोड़ नौकरियां मिलनी थीं पर नहीं मिलीं। किसान की जो आय दुगनी होनी थी वो भी नहीं हुई। सांसद ने कहा कि हम यह नहीं कह रहे हैं कि नई नौकरियां पैदा की जाएं, लेकिन जो पहले से घोषित हैं उन पर तो भर्ती होनी चाहिए। यह सरकार का दायित्व है और जिम्मेदारी भी। दिल्ली से दो दिवसीय दौरे पर पीलीभीत पहुंचे सांसद वरुण गांधी ने संवाद कार्यक्रम में कहा कि असली लड़ाई रोजगार और भ्रष्टाचार की लड़ाई है, यह समय चिंतन करने का है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र का भविष्य भाषण से, चुनाव जीतने-हारने से नहीं बनता है, बल्कि सच्ची देश सेवा से बनता है।
अगली लड़ाई देश में रोजगार के लिए
इसी दौरान सांसद ने कहा कि अगली लड़ाई आने वाले अपने देश के लिए रोजगार की लड़ाई है। आज किसी गांव में जाएं, किसी कस्बे में जाएं आपको सैकड़ों जवान खाली मिलेंगे। जेसीबी मशीन कहीं नाली की खुदाई करने जाती है तो 50 लोग उसको देखने पहुंच जाते हैं, क्या कहें। हम सब लोग राजनीतिक प्रतिद्वंदी हैं। हम 1 मिनट के लिए आपस की लड़ाई दूर करें और एक चीज सोचें कि हमारा भविष्य क्या है। वरुण गांधी ने कहा कि राष्ट्र का भविष्य क्या है, यह महत्वपूर्ण है। आगे उन्होंने कहा कि अब सवाल यह है कि राष्ट्र का भविष्य क्या है, राष्ट्र का भविष्य कैसे बने।
भाषण से नहीं बनेगा राष्ट्र का भविष्य
पीलीभीत सांसद ने कहा कि राष्ट्र का भविष्य भाषण से नहीं बनेगा, ना राष्ट्र का भविष्य चुनाव जीतने हारने से बनेगा। आज पूरे प्रदेश की सरकार हमारी है। पूरे में डेढ़ करोड़ नौकरियां जो घोषित नौकरी हैं, लेकिन अभी भरी नहीं गई है। यह कोई नई नौकरियां नहीं हैं। यह वह नौकरियां हैं जो सरकार कहती है कि नौकरियां हैं।





