अपनी पार्टी और सरकार के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं बीजेपी नेता, देखिए चार नेताओं के बयान
पहले लोकसभा चुनाव में ज्यादा सफलता नहीं मिलने और 240 सीटों पर अटकने के बाद अब उपचुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन बीजेपी ने कर पाई। सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने दो सीट पर ही कब्जा जमाया। एक सीट बीजेपी की कम हो गई। ऐसे में जब जीत होती है तो उसका श्रेय सब लेते है। अब जब बीजेपी हार गई है तो एक दूसरे के खिलाफ तलवारें निकल रहीं हैं। यूपी के कई जिलों में आभार समारोह में पार्टी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। हालात ये है कि बीजेपी के अंदर से ही परिवर्तन की मांग उठने लगी है। केंद्रीय नेतृत्व से कड़े फैसले लेने की अपील की जा रही है। तर्क ये है कि ऐसा नहीं हुआ तो बीजेपी अगला चुनाव हार जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जौनपुर से ताजा मामला आया सामने
लोकसभा चुनाव में मिली हार से भयभीत भाजपा विधायकों की ओर से अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करने की मुहिम ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। ताजा मामला जौनपुर के बदला विधायक रमेशचंद्र मिश्र और पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह उर्फ मोती सिंह के बयानों से जुड़ा है। हालांकि दोनों नेता 24 घंटे में ही अपने बयान से पलट गए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
2027 में नहीं बनेगी बीजेपी की सरकारः रमेश मिश्रा
बीजेपी विधायक रमेश मिश्रा का दावा है कि 2027 में यूपी में बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी। उनका कहना है कि आज यूपी में जो स्थिति है, उस हिसाब से BJP की सरकार नहीं बनेगी। इसलिए केंद्रीय नेतृत्व को यूपी में बड़ा फैसला लेना होगा। रमेश मिश्रा जौनपुर के बदलापुर से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। रमेश ने जो बात जौनपुर में कही, ठीक वही बातें पूर्व मंत्री मोती सिंह ने प्रतापगढ़ में मंच से कह दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
42 साल में मैंने ऐसा भ्रष्टाचार कभी नहीं देखाः मोती सिंह
उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मोती सिंह ने सरकार के कार्यशैली पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे 42 साल के राजनीतिक जीवन में मैंने ऐसा भ्रष्टाचार कभी नहीं देखा ना सुना जैसा अब है। यूपी में पुलिस आज लुटेरे की तरह हमें लूट रही है। बिना अपराध के अपराधी बनाया जा रहा है। धमकी देकर घूस ली जा रही है। आज यूपी में थाने और तहसील में जो भ्रष्टाचार है वो अकल्पनीय है। अफसरों को किसी का डर नहीं है। मोती सिंह योगी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बयान से मुकरे दोनों नेता
दोनों नेताओं वीडियो के जरिए अपने बयान को तोड़मरोड़कर पेश किए जाने की बात कही है। पर राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों भाजपा नेता 24 घंटे में ही अपने बयानों से पलट गए? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कही ये बात
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी अपनी ही पार्टी (BJP) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी कांग्रेस की गलती को न दोहराए। गडकरी ने कहा कि बीजेपी अलग सोच वाली पार्टी है। इसलिए वह बार-बार जनता का विश्वास जीत रही है। अगर हम वही करते रहेंगे जो कांग्रेस करती थी, तो उनके सत्ता से जाने और हमारे आने का कोई मतलब नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गडकरी ने आगे कहा कि बीजेपी को इसलिए वैसी गलती नहीं करनी चाहिए जो कांग्रेस करती थी, जिसके कारण उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा। नागपुर से लोकसभा सांसद गडकरी ने कहा कि कांग्रेस की गलतियों के कारण जनता ने बीजेपी को चुना। हमें भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाना है और इसके लिए हमारे पास एक योजना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पार्टी कार्यकर्ताओं को यह पता होना चाहिए कि राजनीति सामाजिक और आर्थिक सुधार लाने का एक साधन है। गडकरी ने ये बातें गोवा के पणजी में बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक के दौरान हुए कहीं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपने 40 मिनट के लंबे भाषण में गड़करी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की उस टिप्पणी का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा एक अलग सोच वाली पार्टी है। गडकरी ने कहा कि आडवाणी जी कहा करते थे कि हम एक अलग सोच वाली पार्टी हैं। हमें यह समझना होगा कि हम अन्य पार्टियों से कितने अलग हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कर्नाटक से बीजेपी सांसद भी पार्टी को बता चुके हैं दलित विरोधी
कर्नाटक से भाजपा सांसद और वंचित नेता रमेश जिगाजिनागी ने पार्टी के खिलाफ कड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि ज्यादातर केंद्रीय मंत्री ऊंची जातियों से ताल्लुक रखते हैं। वहीं, वंचितों को दरकिनार कर दिया गया है। भाजपा नेता ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद में मंत्री नहीं बनाए जाने से वो काफी दुखी हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में विजयपुरा सीट से चुनाव जीता है। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए रमेश जिगाजिनागी ने कहा था कि कई लोगों ने मुझे बीजेपी में ना जाने की सलाह दी थी, क्योंकि यह (पार्टी) ‘दलित विरोधी’ है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।