इंडिया नाम से इतना डरी बीजेपी कि इसे हटाने की तैयारीः लालचंद शर्मा
देहरादून में कांग्रेस महानगर के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया) के नाम से डर गई है। पहले बौखलाहट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया नाम को सिमी, मुजाहिद्दीन और ईस्ट इंडिया कंपनी से जोड़ दिया। अब उत्तराखंड से बीजेपी सांसद नरेश बंसल ने राज्यसभा में इंडिया शब्द को ही संविधान से हटाने की पैरवी कर डाली। लालचंद शर्मा ने कहा कि ये बीजेपी की बौखलाहट का नतीजा है। उसे समझ आने लगा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को विपक्षी गठबंधन इंडिया से बुरी तरह हार मिलने वाली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक बयान में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से बीजेपी के राज्यसभा सांसद नरेश बसंल ने शुक्रवार 28 जुलाई को राज्यसभा में कहा कि संविधान से इंडिया शब्द को हटा दिया जाए, क्योंकि ये गुलामी का प्रतीक है। लालचंद शर्मा ने कहा कि जब बीजेपी को लगा कि वह चुनाव हारने वाली है, तो अब इंडिया नाम को लेकर देश में बहस छेड़कर लोगों को ध्यान ज्वलंत मुद्दों बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी से हटाना चाहती है। बीजेपी का प्रयास है कि लोगों को आपस में बांटकर रखा जाए। ताकि चुनाव में उसे फायदा पहुंचे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीजेपी की लोगों को इसी तरह से बांटने की नीति के चलते ही मणिपुर तीन माह से हिंसा की आग में झुलस रहा है। तीन मई से हिंसा होने के बावजूद अभी तक वहां स्थिति नियंत्रण में करने में केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार फैल हो रही है। हर दिन वहां गोलियों की आवाजें सुनाई देती है। लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं। वहीं, लोगों का ध्यान बांटने के लिए अब इंडिया के नाम से राजनीति हो गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने सवाल किया कि बीजेपी को यदि इंडिया शब्द से इतनी परेशानी है तो आज की तारीख तक अपने ट्विटर अकाउंट के नाम से इंडिया क्यों नहीं हटाया। आज भी बीजेपी4इंडिया लिखा जा रहा है। इसी तरह पहले तक पीएम मोदी वोट फार इंडिया, डिजिटल इंडिया, खेलेगा इंडिया, बढ़ेगा इंडिया मेक इन इंडिया सहित कई नारे देते रहे हैं। फिर प्रेजीडेंट आफ इंडिया, प्राइम मिनिस्टर आफ इंडिया आदि भी दस्तावेजों में लिखा जाता है। इस पर बीजेपी तब तक चुप क्यों रही, जब तक विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया नहीं पड़ा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मणिपुर में तीन मई से जातीय हिंसा हो रही है। मणिपुर जाने के लिए पीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के समय समय नहीं है। वे आगामी विधानसभा और लोकसक्षा चुनाव प्रचार में जुटे हैं। वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया वाले मणिपुर रवाना हो गए। बीजेपी के नेताओं का मणिपुर नहीं जाना, इस बात को दर्शाता है कि वह मणिपुर में शांति स्थापित करना नहीं चाहती है। क्योंकि आग उन्हीं की लगाई है। यदि शांति चाहते तो एक बार तो प्रधानमंत्री मणिपुरवासियों से शाांति की अपील करते। साथ ही वह मणिपुर का दौरा करते।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




