भाजपा ने कहा राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं को नहीं है ज्ञान, खुद पूरे बयान में कृषि कानून को लिख दिया कृषि बिल
कृषि कानून को लेकर भाजपा और विपक्षी दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। दोनों ही दल एक दूसरे के खिलाफ जबरदस्त हमले कर रहे हैं। अब देखिए कृषि कानून को लेकर भाजपा के लिखित बयान में बार-बार कृषि बिल दोहराया गया। साथ ही कहा गया कि राहुल गांधी समेत अधिसंख्य कांग्रेस नेताओं को को कृषि बिलों का ज्ञान तक नहीं है। ये बात अलग है कि कृषि बिल लोकसभा और राज्यसभा में पारित होने के बाद राष्ट्रपति से भी अनुमोदित हो चुके हैं। इसके बाद ये बिल अब कानून बन गए हैं। यहां हम उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन की प्रेस विज्ञप्ति को हुबहू उसी तरह पेश कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने कृषि कानूनों को कृषि बिल लिखकर भेजा है। ये है विज्ञप्ति-
कृषि बिलों की आड़ में कांग्रेस व विपक्षी दल का मोदी सरकार के ऐतिहासिक सुधारों को बाधित करने का षड्यन्त्र
राहुल गांधी समेत अधिसंख्य कांग्रेस नेताओं को इन बिलों का ज्ञान तक नहीं : भाजपा
राहुल गांधी समेत अधिसंख्य कांग्रेस नेताओं को कृषि बिलों ज्ञान तक नहीं : भाजपा
देहरादून 16 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि किसानों को भड़का कर कांग्रेस व अन्य विरोधी दल कृषि बिलों का जो विरोध कर रहे हैं उसके पीछे गहरा षड्यंत्र है और ये दल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक के बाद एक उठाए जा रहे ऐतिहासिक सुधारों को बाधित करना चाहते हैं।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस और अन्य विरोधी दल किसानों को भड़का कर किसानों की आड़ में जिस तरह अपनी राजनीति चला रहे हैं वह केवल कृषि बिलों का मामला नहीं है बल्कि एक गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है।ये दल नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस प्रकार एक के बाद एक बड़े सुधार किए जा रहे हैं और ऐतिहासिक कार्य हो रहे हैं उनकी गति बनी रहे ।उनकी इच्छा है कि ये सभी कार्य किसी न किसी प्रकार बाधित किए जाए और यदि किसान बिल का षड्यंत्र सफल हो जाता है तो अन्य मामलों पर देश में हंगामा खड़ा किया जाए।
उन्होंने कहा कि कृषि बिलो को लेकर कांग्रेस का रुख विचित्र है। क्योंकि श्री राहुल गांधी , उत्तराखंड सहित देश में अधिकांश कांग्रेस नेताओं को यही पता नहीं है कि यें कृषि बिल क्या है और इनमें क्या-क्या प्रावधान किए गए हैं। ये सब केवल विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनाव में खुद इन बिलों को लेकर अपने घोषणा पत्र में वायदा किया था और इन्हें लागू करने की बात कही थी। अब जब यही काम मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने किया है तो कांग्रेस नेता विरोध करने में जुट गए हैं। लेकिन यह विरोध सामान्य विरोध नहीं है बल्कि एक गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है ।
डॉ. भसीन ने कहा कि एक और अजीब स्थिति यह है कि महाराष्ट्र में ये क़ानून 15 वर्ष से लागू है, लेकिन कांग्रेस वहाँ इन क़ानूनों को हटाने की बात नहीं कर रही है और ना ही एनसीपी ऐसा कह रही है। क्योंकि वहाँ का किसान इनका विरोध नहीं कर रहा और उसे इनका लाभ मिल रहा ।यदि ये क़ानून गलत है तो कांग्रेस और एनसीपी को जो महाराष्ट्र सरकार में हिस्सा है ये क़ानून समाप्त करा देने चाहिए ।उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में फड़नवीस सरकार एमएसपी को क़ानूनी तौर पर बाध्यकारी बनाने का कानून भी ला रही थी। लेकिन कांग्रेस और विरोधी दलों ने इसे विधान परिषद में पारित नहीं होने दिया।
अब यही दल एमएसपी कानून की बात कह रहे हैं। इससे साफ है कि कांग्रेस और अन्य विरोधी दल न केवल दोगला व्यवहार कर रहे हैं, बल्कि एक बड़ा खेल खेल रहे हैं जो देश हित में नहीं है। लेकिन मोदी जी ने हमेशा हर चुनौती का सामना किया है और उससे वे सफलता के साथ निकल आए हैं। उसी प्रकार इस प्रसंग में भी केंद्र सरकार उनके नेतृत्व में किसानों के साथ रास्ता निकाल लेगी और कांग्रेस तथा अन्य विरोधी दलों को फिर एक बार फिर औंधे मुंह गिरना पड़ेगा ।
किसानो के मुद्दे पर राजनीति कर रहे है कांग्रेस और बामपंथी: भगत
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि देश भर में किसानो को उकसाकर कांग्रेस और बामपंथी राजनीतिक रोटिया सेक रहे हैं। साथ ही उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के सचिवालय में प्रवेश को लेकर उपवास को नोटंकी करार दिया। उन्होंने कहा की सचिवालाय और विधान सभा में आवाजाही कोविड गाइड लाइन के अनुसार ही हो रही है। सभी शैक्षिक संस्थाओं, दफ्तरों,अदालतों और अस्पतालों में ऐसे नियम से कार्य हो रहा है।
उन्होंने कहा की जीरो टॉलरेन्स को लेकर कांग्रेस या खुद हरीश रावत को ज्ञान देने के बजाय स्वाध्याय की जरुरत है। कुछ कहने से पहले उन्हें अपने कार्यकाल की ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनएच मामले में जाँच चल रही है। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की गई हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में कोई भी दोषी नही बच पायेगा। प्रदेश के अंदर भ्रष्टाचार के जो भी मामले सामने आये हैं, सभी कांग्रेस कार्यकाल के हैं। जिनको लेकर सरकार सतर्क और गंभीर है और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की गई है। भगत ने कहा कि जनता अब कांग्रेस को गंभीरता से नही ले रही है। क्योकि घपले घोटालो में संलिप्तता के चलते और अराजकता के कारण कांग्रेस देश भर में सिमट रही है। साथ ही अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।