विचित्र घटनाएंः एक साथ नाचते मरे 400 लोग, टाइम मशीन से आया आदमी, घूंसा लगते ही बना मैथ्स का दिग्गज, कुत्ते करते हैं आत्महत्या
इस विशाल दुनिया को नापने में भले ही वैज्ञानिक जुटे रहते हैं, लेकिन फिर भी कई बार ऐसी विचित्र घटनाएं होती रहती हैं, जिनके रहस्यों से आज तक पर्दा तक नहीं उठ पाया है। साथ ही ऐसे स्थान भी हैं, जिनके रहस्य पहेली बने हुए हैं। ऐसी कई घटनाओं पर कई बार आसानी से यकीन नहीं किया जाता है। क्योंकि कई घटनाओं को देखे जाने का दावा किया जाता है। वहीं, कई स्थान ऐसे हैं, जो दिखते भी हैं, लेकिन उनका रहस्य कायम है। यदि हम दुनिया के ऐसे अजीबोगरीब स्थान या घटनाओं को खोजेंगे तो अनगिनत उदाहरण मिल जाएंगे। ऐसे में हम यहां कुछ चुनिंदा घटनाओं और स्थानों का जिक्र करेंगे। इनसी सामग्री हमने विभिन्न माध्यम से दावों के आधार पर जुटाए हैं। आइये जानते हैं घटित हुई ऐसी ही आकाशीय, जलीय या फिर स्थलीय घटनाओं के बारे में जिनके कारण और रहस्य को आज तक कोई समझ नहीं पाया हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बिमिनी रोड
1930 के दशक में अमेरिकी मनोवैज्ञानिक Edgar Cayce ने दावा किया था कि 1968 या 1969 में खोये हुए शहर ‘अटलांटिस’ के खंडहर बिमिनी में मिलेंगे। सितंबर 1968 में उत्तरी बिमिनी में पैराडाइज पॉइंट के पास, समुद्र में 700 मीटर लम्बे, बड़े करीने से रखे गए चूना-पत्थर के ब्लॉक पाए गए थे। उन्हीं ब्लॉक्स की श्रृंखला को अब ‘बिमिनी रोड’ कहा जाता है। कुछ को लगता है कि ये प्रसिद्ध सभ्यता ‘अटलांटिस’ के अवशेष हैं, तो दूसरों का मानना है कि यह सिबेड डिपनिंग का परिणाम है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डांसिंग प्लेग
जुलाई 1518 में स्ट्रॉसबर्ग, फ्रांस में मिसेज ट्रॉफीया ने नाचना शुरु किया और फिर रुकी ही नहीं। एक सप्ताह बाद, 34 और लोगों ने उसके साथ डांस करना शुरु कर दिया। एक महीने के बाद नाचने वालों की संख्या कई सौ तक पहुंच गई, वो बिना रुके नाचते रहे। परिणाम ये हुआ कि 400 लोग थकावट, दिल के दौरे या स्ट्रोक से मर गए। इस घटना का कोई संतोषजनक वैज्ञानिक स्पष्टीकरण नहीं है। कोई भी सिद्धांत कई दिनों तक बिना रुके नाचते रहने के लिए ज़रूरी शक्ति की व्याख्या नहीं करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एंड्रयू कार्लसन
2003 में एफबीआई ने स्टॉक एक्सचेंज घोटाले के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। स्टॉक मार्केट में 126 बहुत जोखिम भरे डील करके उसने $350 मिलियन कमाई की। हालांकि, उसने उसके लिए सिर्फ़ $800 का निवेश किया था। गिरफ़्तार होने के बाद एंड्रयू ने कहा कि उसे स्टॉक्स के बारे में जानकारी भविष्य से मिली है। उसके अनुसार वो साल 2256 से टाइम मशीन के जरिये आया था। बाद में किसी ने उसके लिए $1 मिलियन का बॉन्ड भरा और एंड्रयू कार्लसन हमेशा के लिए गायब हो गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उबलती हुई नदी
एंड्रस रूज़ो नाम का एक छोटा लड़का अक्सर अपने दादा से एक ऐसी नदी के बारे में सुनता था जो अपने पानी में अपने दुश्मनों को उबाल दिया करता था, वो इस नदी की खोजने का सपना देखा करता था। बड़े होने पर वो एक भूविज्ञानी बन गया, गाइड के रूप में एक स्थानीय व्यक्ति को साथ लिया और 2011 में नदी की खोज की। नदी के पानी का तापमान लगभग 86°C (186°F) था। इसके अस्तित्व का चमत्कार ये है कि नदी निकटतम ज्वालामुखी से 700 किमी दूर है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये तस्वीर 1941 में कनाडा में गोल्ड ब्रिज के उद्घाटन को दिखाती है। भीड़ के बीच एक आदमी खड़ा है, जो 1940 के फ़ैशन के अनुसार बिल्कुल तैयार नहीं है। इसमें आप उस आदमी को 21वीं सदी की स्टाइल की ज़िप वाली हुडी, Logo वाली टी-शर्ट पहने और हाथों में एक पोर्टेबल कैमरा लिए देख सकते हैं। यानि तब भी इस तरह का फैशन था, जो एकाएक विश्वास लायक नहीं लगता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बर्फ में जमी लड़की मिली ज़िंदा
20 दिसंबर 1980 को कड़ाके की ठंड में जीन हिलियार्ड Minnesota राज्य के Lengby से होते हुए अपने माता-पिता के घर जा रही थी। उसकी कार अचानक रुक गई। उसने अपने नज़दीकी दोस्त के घर तक पैदल जाने का फ़ैसला किया। सर्दी के कारण वो होश खो बैठी और 6 घंटे तक बर्फ़ में बेहोश पड़ी रही। जब तक कि लोगों की नज़र उसपर नही पड़ी, उस वक़्त हवा का तापमान -22 °C (-7.6°F) था। जब जीन को अस्पताल ले जाया गया, तो उसमे उसमे जीवित होने का कोई लक्षण नहीं था, उसकी त्वचा इतनी कठोर हो चुकी थी कि एक इंजेक्शन देना भी असंभव था। डॉक्टरों को यक़ीन था कि जीन मर चुकी थी। डिफ़्रॉस्ट यानी पिघलाया गया जिस के कुछ समय बाद वो थोड़ा हिलने लगी। तीन दिनों के बाद उसने अपने पैरों को हिलाना शुरू कर दिया और 6 सप्ताह में उसे बिल्कुल स्वस्थ मान लिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
द रेन मैन
1983 में पेंसिल्वेनिया के स्ट्रोड्सबर्ग में डॉन डेकर के दादा की मृत्यु हो गई। अंतिम संस्कार के बाद इस युवक को अचानक बुखार महसूस हुआ और वह गश खाकर गिर पड़ा। उसी क्षण छत और लिविंग रूम की दीवारों से पानी टपकने लगा, जबकि घर के इस हिस्से में पानी के पाइप नहीं थे। हर कोई पूरी तरह हैरान था। डॉन के दोस्त ने पुलिस को फ़ोन किया। अधिकारियों ने उसे युवक को घर से बाहर निकाल कर पास के पिज़्ज़ा रेस्टोरेंट में ले जाने के लिए कहा। वहां भी वही घटना हुई थी और छत से पानी टपकने लगा। जैसे ही वो उस बिल्डिंग से बाहर निकला। बिल्डिंग में पानी टपकना बंद हो गया। इस असामान्य घटना 10 फरवरी, 1993 को अनसाल्व्ड मिस्ट्रीज नामक शो पर दिखाया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घूंसा लगते ही मैथ्स का दिग्गज बना
ये अपने आप में एक बहुत ही अनोखा मामला था। जेसोन पेडगेट जो सिर पर चोट लगने के कारण रातों-रात मैथमेटिकल जीनियस बन गया था। 31 वर्षीय ये शख़्स कॉलेज ड्रॉप आउट था और उसका दूर-दूर तक मैथ से कोई लेना-देना नहीं था। यहां तक कि उसको किसी तरह के पूजा-पाठ में भी कोई दिलचस्पी नहीं थी। सोचने वाली बात ये है कि एक घूंसे से कोई गणितज्ञ कैसे बन सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पत्थरों का खिसकना
कैलिफोर्निया की डेथ वैली में कुछ पत्थरों का खुद ब खुद खिसकना साइंटिस्ट के लिए भी अबूझ पहेली बनी हुई है। रेसट्रैक प्लाया 2.5 मील उत्तर से दक्षिण और 1.25 मील पूरब से पश्चिम ततक बिल्कुल सपाट है। यहां बिखरे पत्थर खुद ब खुद खिसकते रहते हैं। यहां ऐसे 150 से भी अधिक पत्थर हैं। हालांकि, किसी ने उन्हें आंखों से खिसकते नहीं देखा। सर्दियों में ये पत्थर करीब 250 मीटर से ज्यादा दूर तक खिसके मिलते हैं। 1972 में इस रहस्य को सुलझाने के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम बनाई गई। टीम ने पत्थरों के एक ग्रुप का नामकरण कर उस पर सात साल अध्ययन किया और कहा कि ये तेज रफ्तार से चलने वाली हवाओं का असर है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कुत्ते करते हैं आत्महत्या
स्कॉटलैंड के डुम्बरटन में मिलटन के नजदीक ओवरटुन ब्रिज पर कुत्ते सुसाइड कर लेते हैं। 1859 में बना यह ब्रिज लगातार कुत्तों द्वारा आत्महत्या करने के बाद से सुर्खियों में आया। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कुत्ते यहीं आकर ऐसा क्यों करते हैं। आत्महत्या का पहला मामला 1950-60 के दौरान आया था। बताया जाता है कि आत्महत्या करने वालों में लंबी नाक वाले कुत्ते ज्यादा हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
झरना छेद में हो जाता है गायब
मिनेसोटा डेविल्स वॉटरफॉलइस झरने को रहस्यमयी माना जाता है,इस झरने में दो धाराएं ऊपर से गिरती है।एक धारा तो सामान्य धाराओं की तरह बहती है पर दूसरी रहस्यमयी धारा एक छेद में गिरकर कहां गायब हो जाती है, यह गुत्थी आज तक नहीं सुलझ पाई है,हैरानी की बात यह है कि ‘द डेविल्स कैटल’ नाम के छेद में आधी नदी का पानी समा जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एम-ट्राएंगल या मोल्योब्का ट्राएंगल
एम-ट्राएंगल (एम-त्रिकोण) या मोल्योब्का ट्राएंगल में यहां घटने वाली रहस्यमयी और विचित्र घटनाओं के लिए जाना जाता हैं। एम-ट्राएंगल रूस के पर्म शहर में है। राजधानी मॉस्को से लगभग 600 मील पूरब की ओर उराल पर्वतों के पास ‘मोल्योब्का’ नाम का एक गांव है। एक समय था जब यह इलाका वहां के स्थानीय मानसी लोगों के लिए पवित्र माना जाता था। अब यह जगह रहस्यमय हो गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस रहस्यमय जगह को पर्म क्षेत्र का एम-त्रिकोण (ट्राएंगल) या ‘पर्म विषम जोन’ भी कहा जाता है, जो 70 वर्ग मील में फैली हुई है। 1980 में यह इलाका तब चर्चा में आया था, जब यहां रहस्यमय आवाजें सुनाई देने लगीं। ये आवाजें अचानक ही सुनाई देने लगती हैं। कहते हैं कि शोधकर्ताओं ने यहां ट्रैफिक का शोर यानी आती-जाती गाड़ियों की आवाजें रिकॉर्ड की हैं। ऐसा लगता है जैसे कोई तेज रफ्तार गाड़ी बगल से गुजरी हो, जबकि हैरानी की बात तो ये है कि यहां से सबसे नजदीकी सड़क करीब 40 किलोमीटर दूर है। यह अब तक रहस्य ही बना हुआ है कि गाड़ियों की आवाजें आखिर कहां से आईं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रहस्यमय यूएफओ देखे जाने की घटना
ये घटना 25 जनवरी, 2010 में कनाडा के Harbour Mille के पास घटी थी, जब कई सारे UFO आसमान से होते हुए धरती के पास आये थे। माना जाता है कि उस टाइम जिन लोगों ने भी इस घटना को देखा था, तब उनको एकसाथ तीन UFO दिखाई दिए थे। ये बिलकुल मिसाइल जैसे थे, पर इनमें कोई आवाज़ नहीं थी। वहीं के एक स्थानीय निवासी ने ये फ़ोटो क्लिक की थी, लेकिन Harbour Mille के ये घटना UFO की पहली घटना नहीं थी। एलियन लाइफ पृथ्वी वासियों के लिए सदा से उत्सुकता का विषय बना हुआ है। ऐसे में कई लोगों ने ये दावा किया है कि उन्होंने एलियंस की रहस्यमय उड़नतश्तरियों को देखा है। कुछ समय पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस बात को स्वीकारा था कि अमेरिकी सरकार के पास ऐसे कई रहस्यमय यूएफओ के वीडियोज हैं, जिनके रहस्य से अब तक पर्दा नहीं उठाया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फ़्लोरिडा में दर्जनों कछुओं की मौत
जनवरी 2012 में Keystone Heights में दर्जनों कछुओं की एकसाथ हुई मौत की वजह Florida Fish and Wildlife Conservation Commission आजतक नहीं जान पाया है। वहां के निवासियों ने मरे हुए कछुओं को Pinon Road के आखिरी छोर पर पड़े देखा था। बाद में हुई जांच से जांचकर्ताओं ने इसे एक दर्दनाक मौत कहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चिली में इंसान जैसा उड़ने वाला प्राणी दिखा
2013 में एक व्यक्ति ने चिली में एक अजीब से उड़ने वाले क्रिएचर को देखा। इस व्यक्ति ने दावा किया था कि वो रहस्य्मयी जीव, जो Chile के Santiago में Bustamante Park के पास दो पेड़ों के बीच में उड़ रहा था बैटमैन और ड्रैकुला का मिला-जुला जीव था। उसके चमगादड़ जैसे पंख और रेज़र जैसे तीखे दांत, लम्बी पूंछ और पंजे थे। अभी तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि ये उस व्यक्ति की कल्पना थी या सच। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीन साल के बच्चे ने पिछले जन्म की बताई कहानी
2017 में सीरिया और इज़रायल के पास Golan Heights में एक तीन साल के लड़के ने दावा किया था कि उसको अपने पिछले जन्म की कहानी याद है। उसे याद है कि उसको किसने और कैसे मारा था। उसने ये तक बताया कि उसको कुल्हाड़ी से मारकर जला दिया गया था। उसकी अधजली बॉडी को दफ़ना दिया गया था। सबसे विचित्र बात ये थी कि जब उसकी बताई जगह पर खुदाई की गई तो वहां एक कंकाल और कुल्हाड़ी मिली थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मंगल ग्रह पर हड्डी के आकार की चट्टान मिली
2014 में जिज्ञासु और गिद्ध जैसे पैनी नज़र रखने वाले इंटरनेट यूज़र्स ने नासा द्वारा मंगल ग्रह की एक फ़ोटो में ‘Thigh Bone’ यानि कि जांघ की हड्डी जैसी चट्टान को स्पॉट किया था।
बार बार चमकती बिजली
दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला में एक ऐसी झील है, जिसके ऊपर हर वक्त बिजली कड़कती रहती है। यहां हर घंटे हजारों बार बिजली कड़कती है। इसीलिए इस जगह को दुनिया का कुदरती बिजली घर भी कहा जाता है। वैसे इसे कैटाटुम्बो लाइटनिंग (Catatumbo Lightning) और ‘बीकन ऑफ मैराकाइबो’ के नाम से भी जाना जाता है। अब यहां हर वक्त बिजली क्यों कड़कती रहती है, यह अभी भी एक रहस्य ही बना हुआ है। वैज्ञानिक भी इस राज से पर्दा नहीं हटा पाए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रहस्यमय स्ट्रक्चर
अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान के बीचों-बीच 50 किलोमीटर लंबा-चौड़ा एक बेहद ही रहस्यमय स्ट्रक्चर बना हुआ है, जिसे ‘रिचट स्ट्रक्चर’ (Richat Structure) कहा जाता है। वैसे इसे ‘अफ्रीका की आंख’ भी कहा जाता है। माना जाता है कि आंख जैसी यह आकृति इतनी विशाल है कि अंतरिक्ष से भी दिखाई देती है। अब इस आकृति को किसने बनाया, क्यों बनाया, यह आजतक एक रहस्य ही है। कुछ लोग इसे एलियंस द्वारा बनाई गई आकृति मानते हैं, पर असल में यह सालों से एक राज ही बना हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पिरामिड
‘द ग्रेट पिरामिड ऑफ गीजा’ मिस्र की सबसे रहस्यमय कलाकृतियों में से एक है। इस पिरामिड को बनाने में जिन पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है, उनका वजन 2 हजार किलो से लेकर 45 हजार किलो तक है। अब हैरानी की बात ये है कि आज भी किसी क्रेन से अधिकतम 20 हजार किलो तक ही वजन उठाया जा सकता है, तो आज से हजारों साल पहले आखिर 45 हजार किलो का वजन कैसे उठाया गया होगा। यह एक रहस्य ही है। इसके अलावा इस पिरामिड में कुल कितने तहखाने हैं, यह भी आजतक कोई नहीं जान पाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हेस्सडालेन घाटी की रहस्यमयी रोशनियां
नॉर्वे के होल्टलेन में हेस्सडालेन घाटी के आकाश में अक्सर देखी जाने वाली रोशनी एक अबूझ पहेली की तरह है। ज्यादातर यह रहस्यमयी रोशनी चमकदार सफेद, पीले या लाल रंगों में एक घंटे से अधिक देर तक दिखाई दी हैं। यह रोशनी तेजी से कभी धीमे हवा में तैरती हैं, तो कभी एक ही जगह ठहर-सी जाती है। इस तरह की घटना केवल नार्वे में ही नहीं, बल्कि दुनिया के दूसरे भागों में भी 1940 के बाद से खबरों में आती रही हैं। इसके कारणों को जानने की का काफी कोशिशें की गईं, पर किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंटार्कटिका में खून का गिरना
अंटार्कटिका में वैली के मुहाने पर जो पानी गिरता है उसका रंग लाल होता है। यह घटना बड़ी अजीब है कि पानी का रंग लाल क्यों होता है। दरअसल इसका कारण यह कि पानी में आयरन ऑक्साइड की मात्रा ज्यादा होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नीलगिरी का इंद्रधनुष पेड़
नीलगिरी का पेड़ बहुत ऊंचा होता है इस पेड़ को इंद्रधनुष पेड़ भी कहा जाता है। यहां पेड़ आमतौर पर न्यू गिनी, न्यू ब्रिटेन, सिरम, सुलावेसी और मीदानओ में पाया जाता है। इस पेड़ का विशिष्ट गुण पाया जाता है इस पेड़ की छाल के परत विभिन्न रंगों में बदलता है इसकी परत लाल, बैंगनी, नौरंगी और नीले रंग में बदल जाता है जिससे यह पेड़ इंद्रधनुष में बदल जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मालदीप का नीला समुंदर
मालदीप का यह समुंदर अपनी सुंदरता के लिए विश्वविख्यात है। दरअसल इस समुंदर का रंग नीला नहीं है फिर भी इसका रंग नीला दिखाई देता है। इसका कारण रात के समय में समुंदर के नीचे रहने वाले जानवरों के जैविक रसायन के कारण इसका रंग नीला दिखाई देता है। रात के समय में इस समुंदर को देखने में एक अलग ही मजा आता है। यहां एक आकर्षक स्थान भी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बरमूडा ट्रायंगल
बरमूडा ट्रायंगल पिछले 100 सालों से रहस्य का विषय बना हुआ है। कई शोध और रिसर्च के बाद भी वैज्ञानिक इसके राज से पर्दा नहीं उठा पाए हैं। पिछले लंबे समय से न जाने कितने विमान, एयरक्राफ्ट और जहाज इसके भीतर रहस्यमय ढंग से गायब हुए हैं। ये जगह उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर मियामी (फ्लोरिडा) से महज 1770 किलोमीटर और हैलिफैक्स, नोवा स्कोटिया, (कनाडा) के दक्षिण में 1350 किलोमीटर (840 मील) की दूरी पर स्थित है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सांपों, मेंढकों, मकड़ियों और केंचुओं की बारिश
क्या कभी आपने मछलियों, सांपों, मेंढकों, मकड़ियों और केंचुओं की बारिश के बारे में सुना है? अगर नहीं तो ये रहस्यम वर्षा Kentucky में सन 1876 में हुई थी। इस रहस्यमय वर्षा के राज से आज तक पर्दा नहीं उठ सका है। वैज्ञानिक आज तक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं कि आखिर बारिश में सांप, मकड़ी और मेंढकों की वर्षा आखिर हुई कैसे? ये आज तक एक रहस्यमय घटना बनी हुई है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।