लोकसभा में तीन कृषि कानून वापसी का बिल हुआ पास, विपक्ष का हंगामा, चर्चा की मांग, विपक्ष ने कहा-वापसी का तरीका अलोकतांत्रिक
तीन कृषि कानूनों की वापसी के लिए लाया गया बिल लोकसभा में पास हो गया है। पीएम मोदी ने गुरु पर्व के मौके पर देश के नाम संबोधन में इन कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान किया था।
तीन कृषि कानूनों की वापसी के लिए लाया गया बिल लोकसभा में पास हो गया है। पीएम मोदी ने गुरु पर्व के मौके पर देश के नाम संबोधन में इन कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान किया था। लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानून निरसत विधेयक 2021 पेश किया। कुछ ही देर में कृषि कानून वापसी बिल लोकसभा से पारित हो गया। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में विधेयक पर चर्चा की मांग की थी। इसे लेकर खूब हंगामा हुआ। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2:00 बजे तक स्थगित कर दी गई।संसद की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई थी, लेकिन विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। विपक्ष बिल पर चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है।
इससे पहले कृषि कानूनों को वापस लेने में कथित देर और किसानों से जुड़े मसले पर कांग्रेस ने सोमवार को संसद के बाहर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी विशेष रूप से मौजूद रहे।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को संसद में पेश किए जाने से पहले, सोमवार को ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि- आज संसद में अन्नदाता के नाम का सूरज उगाना है। सरकार के खिलाफ रणनीति बनाते हुए विपक्ष ने इस बिल पर चर्चा की मांग की है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि जितना इन कानूनों को पास करना अलोकतांत्रिक था, उससे ज्यादा इनके वापसी का तरीका है। सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि-मोदी सरकार बिना किसी बहस के आज संसद में 3 कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक को पेश करना चाहती है। 16 महीने पहले कानूनों का पारित होना अलोकतांत्रिक था। वापसी का तरीका तो और भी ज्यादा है. विपक्ष वापसी से पहले चर्चा की मांग करता है।





