तीन प्रमुख समस्याओं के खिलाफ सभी भारतीयों को एकजुट करने के लिए निकाली जा रही है भारत जोड़ो यात्राः आदिल सिंह बोपाराय

उन्होंने कहा कि दिल्ली के रामलीला मैदान में आहूत महंगाई पर हल्ला बोल रैली की सफलता के बाद 7 सितम्बर को शुरू हो रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के साथ हम अगला कदम उठाने जा रहे हैं। इस यात्रा में भारत के सामने मौजूद गंभीर विषयों पर देशवासियों के साथ सीधा संवाद किया जाएगा। यह यात्रा 150 दिनों में कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3500 किमी का रास्ता तय करेंगी और देश भर में लाखों लोगों के साथ बातचीत करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बोपाराय ने कहा कि आज के समय में इस यात्रा की बेहद ही आवश्यकता थी। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी भारतीयों को समृद्धि का सपना दिखाया था। इसके विपरीत उन्होंने पिछले 8 सालों में महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक तनाव और ध्वस्त होती संस्थाओं का एक भयानक अनुभव दिया है। ‘भारत जोडों यात्रा’ तीन प्रमुख समस्याओं पर केन्द्रित है। इनमें पहली आर्थिक असमानताएं हैं, दूसरी सामाजिक भेदभाव है और तीसरी राजनीतिक तौर पर जरूरत से अधिक केन्द्रीकरण हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इन तीन प्रमुख समस्याओं के खिलाफ सभी भारतीयों को एकजुट करने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि आज देश की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। अमीर और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब हो रहे हैं। आम लोग आसमान छूती महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं। किसान और खेत मजदूर कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं। 70 सालों में बनी हमारे देश की परिसंपत्तियां भारी नुकसान पर मोदी जी के अरबपति पूंजीपति मित्रों को बेची जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बोपाराय ने कहा कि आज सामाजिक तौर पर हमें जाति, धर्म, भाषा, खान-पान, वेशभूषा के आधार पर बांटा जा रहा है। हर रोज़ देशवासियों को एक-दूसरे से लड़ाने के लिए नए-नए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। लोगों में भय का माहौल है, विशेष तौर पर महिलाओं में असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है। सत्ताधारी पार्टी द्वारा किया जा रहा यह सामाजिक विभाजन हमारी एकता को कमजोर कर रहा है, जिससे हमारे दुश्मनों को मदद मिलती है। हमें नहीं भूलना चाहिए कि हाल ही के समाचारों के अनुसार मोदी राज में चीन ने लद्दाख में हमारी जमीन के 2,000 वर्ग किमी. के हिस्से पर कब्जा कर लिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि राजनीतिक रूप से देखें तो आज लोगों की आवाज को दबाया जा रहा हैं ।संसद और मीडिया जैसी संस्थाओं में अब हम अपने जीवन की समस्याओं और जरूरतों पर भी चर्चा नहीं कर सकते। लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई विपक्षी दलों की राज्य सरकारें धन बल और एजेंसियों का दुरुपयोग कर गिराई जा रही हैं। उन्होनें बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों, अन्य राजनीतिक दलों और लाखों आम लोगों से संपर्क करेगी और देश की गंभीर चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर संवाद शुरू करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बोपाराय ने जानकारी देते हुए बताया कि इस यात्रा के चार मुख्य उद्देश्य हैं। पहला- सभी भारतीयों के बीच एकता कायम करना जो महात्मा गांधी के नेतृत्व वाले हमारे स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान में प्रतिबिंबित मूल्यों में विश्वास रखते हैं। दूसरा, आर्थिक विषमताओं, सामाजिक विभाजन और अत्यधिक राजनीतिक केंद्रीकरण से बुरी तरह प्रभावित करोड़ों भारतीयों की आवाज़ उठाना। तीसरा, वर्तमान स्थिति के संदर्भ में लोगों के साथ मुद्दों और उनके संभावित समाधानों पर चर्चा करना। चौथा, अनेकता में एकता और सर्वधर्म समभाव के सिद्धांतों के अनुरूप देश को मजबूत करना। सामाजिक समरसता को मजबूत करना। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हो रही है, जो जम्मू कश्मीर तक चलेगी। यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर तक 3,500 किमी से अधिक की यह यात्रा लगभग 150 दिनों में पूरी होगी। इस यात्रा के लिए देश भर से ऐसे 118 भारतीयों का चयन किया गया है, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके अतिरिक्त प्रदेश कांग्रेस समितियां उन राज्यों से जहां से यात्रा गुजरेगी 100 प्रदेश यात्रियों और अन्य राज्यों से अतिथि यात्रियों का चयन कर रही हैं। इसमे उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के संचार विभाग के सचिव वैभव वालिया, उत्तराखंड महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला, अंकित शाह, इशिता शैढा, राजपाल बिष्ट, मोहित उनियाल, यात्रा में सम्मिलित होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होनें कहा कि राज्य स्तर पर भारत जोड़ो यात्रा ऐसे हर राज्य में जहां से भारत जोड़ो यात्रा नहीं गुजर रही है, वहां यात्रा का संदेश पहुंचाने के लिए घर-घर जाकर अभियान चलाया जाएगा। सभी राज्यों, समुदाय, धर्मों, पेशों के लोग यात्रा में भाग लेंगे, जिससे हमारे देश की अनेकता में एकता और विविधता का प्रदर्शन होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बोपाराय ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह करीब 7 बजे श्रीपेरंबदूर में श्री राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। दोपहर 3 बजे से 4 बजे के बीच राहुल गांधी तिरुवल्लुवर स्मारक, विवेकानंद स्मारक और कामराज स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि देंगे। 4 बजे के करीब महात्मा गांधी मंडपम पर एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके बाद वहां राष्ट्रीय ध्वज हस्तांतरण का कार्यक्रम होगा। इसके बाद श्री राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्री महात्मा गांधी मंडपम से बीच रोड तक मार्च करेंगे। शाम 5 बजे से 6.30 बजे के बीच भारत जोड़ो यात्रा की औपचारिक शुरुआत के लिए बीच रोड पर एक जनसभा का आयोजन होगा। 8 सितंबर को सुबह 7 बजे कन्याकुमारी के अगस्तीस्वरम में विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटेक्निक के मैदान से पदयात्रा प्रारंभ होगी। तमिलनाडु और पूरे देश से कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ कुछ अन्य राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के लोग भी इसमें शामिल होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की एक साथ शुरुआत के लिए 7 सितंबर को शाम 5 बजे राज्यों की राजधानियों, जिला और ब्लॉक मुख्यालयों में कार्यक्रम किए जाएंगे। 8 सितंबर को राज्यों की राजधानियों और अन्य प्रमुख शहरों से पदयात्राएं निकाली जाएंगी। पत्रकार वार्ता में उपाध्यक्ष संगठन प्रशासन मथुरादत्त जोशी, मीडिया प्रभारी भारत जोडो यात्रा पी.के. अग्रवाल, मुख्य प्रवक्ता भारत जोडो यात्रा गरिमा दसौनी, मीडिया पैनलिस्ट अमरजीत सिंह प्रदेश महामंत्री नवनी जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष पूरण सिंह रावत, मीडिया पैनलिस्ट राजेश चमोली सुजाता पॉल,शिशपाल बिष्ट आदि उपस्थित थे।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।