बीसीसीआइ सचिव जय शाह का उत्तराखंड का दौरा, आइपीएल के आयोजन की जगा गए उम्मीद
बीसीसीआइ के सचिव एवं उत्तराखंड क्रिकेट के प्रभारी जय शाह के देहरादून दौरे ने उत्तराखंड क्रिकेट को आगे बढ़ने की आस जगा दी है। साथ ही खेल प्रेमियों को भी भविष्य में क्रिकेट के बड़े आयोजनों को देखने की उम्मीदें जगा दी हैं।
उत्तराखंड में आइपीएल के आयोजन की उम्मीद की एक वजह यह भी है कि राज्य में अंतरराष्ट्रीय मानक पूरा करने वाले दो क्रिकेट स्टेडियम देहरादून और हल्द्वानी में उपलब्ध हैं। इन स्टेडियम में हर तरह की सुविधा उपलब्ध है। देहरादून के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को लेकर आइसीसी की टीम भी संतोष जता चुकी है। इस स्टेडियम में 25 हजार व्यक्तियों के बैठने की क्षमता है। यह स्टेडियम अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का होम ग्राउंड भी रहा है। वर्ष 2018 और 2019 में यहां अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच टी-20 मैच और अफगानिस्तान व आयरलैंड के बीच टी-20, वनडे व टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। हल्द्वानी का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल स्पोट्र्स स्टेडियम भी अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस स्टेडियम में भी 25 हजार व्यक्तियों के बैठने की क्षमता है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के सचिव जय शाह उत्तराखंड क्रिकेट के प्रभारी भी हैं। इस नाते रविवार को सीएयू के वार्षिक सम्मान समारोह में उन्होंने उत्तराखंड में क्रिकेट को बुलंदियों पर पहुंचाने की बात कही। साथ ही क्रिकेट प्रेमियों को आइपीएल व अन्य बड़े मैचों के आयोजन की मेजबानी की उम्मीद भी दी। इसके बाद से सीएयू में राज्य को बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी मिलने की चर्चा तेज हो गई है। इस बाबत पूछे जाने पर सीएयू के सचिव महिम वर्मा ने कहा, यह हर्ष की बात है कि जय शाह उत्तराखंड क्रिकेट के लिए इतना सोच रहे हैं। सभी क्रिकेट संघ चाहते हैं कि उनके राज्य में आइपीएल के मैच हों। हम भी यही चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्षों में उत्तराखंड को भी आइपीएल की मेजबानी मिल सकती है। हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।
रविवार को बीसीसीआइ के सचिव जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला देहरादून पहुंचे और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की ओर से देर शाम आईएसबीटी के समीप स्थित एक होटल में आयोजित वार्षिक खेल पुरस्कार समारोह मे शिरकत की थी। जय शाह ने कहा कि बीसीसीआई उपाध्यक्ष रहने के दौरान महिम वर्मा ने पद छोड़कर प्रदेश के लिए काम करने की इच्छा जताई। ऐसे बहुत कम लोग हैं जो बीसीसीआइ छोड़कर राज्य में जाना चाहे। अब मैं उत्तराखंड का प्रभारी बना हूं। आप लोगों को मुझसे बहुत उम्मीद होगी। उत्तराखंड में अपना भव्य स्टेडियम बनाएंगे। भविष्य में मैच आवंटित कर राज्य को आगे बढ़ाएंगे।
बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई और उनसे संबद्ध टीमें हर साल 55 हजार मैच करती हैं। बीसीसीआई में उत्तराखंड को पूरा सम्मान मिलता है। जिस तरह से राज्य आगे बढ़ रहा है, उससे अगले कुछ वर्षों में प्रदेश की कई प्रतिभाओं को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका मिलेगा। सीएयू के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला ने कहा था कि अपना मैदान, एकेडमी होंगी तो अगले पांच साल में कई क्रिकेटर भारतीय टीम में खेलते हुए दिखेंगे। कार्यक्रम को सचिव महिम वर्मा ने भी संबोधित किया। सीएयू के पूर्व अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।
इन्हें मिला सम्मान
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर – कोच
क्रिकेटर एकता बिष्ट – लियाकत अली
श्वेता वर्मा – लियाकत अली
ऋषभ पंत – लियाकत अली
मानसी जोशी – वीएस रौतेला
स्नेह राणा – नरेंद्र शाह
अभिमन्यु ईश्वरन – मनोज रावत
शास्वत रावत – पवन पाल
आर्यन जुयाल – रविंद्र नेगी
घरेलू सत्र 2020-21 में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी
बल्लेबाज – कुणाल चंदेला
बल्लेबाज – कमल सिंह
बल्लेबाज – अंजू तोमर
गेंदबाज – दिक्षांशु नेगी
गेंदबाज – आकाश मधवाल
गेंदबाज – राधा चंद
इमर्जिंग प्लेयर – आरव महाजन
इमर्जिंग प्लेयर – राघवी बिष्ट
सीएयू एपेक्स में शामिल प्रमुख खिलाड़ी
बल्लेबाज ज्ञानेंद्र पांडे
बल्लेबाज निष्ठा फरासी
उत्तराखंड क्रिकेट के प्रथम अन्वेषक
चीफ पैटर्न – हीरा सिंह बिष्ट, पीसी वर्मा, एएस मेंगवाल
वरिष्ठ सदस्य – मदन कोहली, एमसी शाह, राजीव दत्ता, प्रमोद कोठारी, एसके गैरोला, डॉ. बीसी रमोला, डॉ. गिरीश गोयल, बीएम गोयल, विरेंद्र सिंह दीवान।
कोविड फ्रंटलाइन हीरो – डॉ. केपी जोशी
सीएयू सीएजी मनोनीत सदस्य – योगेश अग्रवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।