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September 14, 2024

निजीकारण के खिलाफ बैंककर्मियों ने किया प्रदर्शन, केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए, 16 और 17 दिसंबर को होगी हड़ताल

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सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में आज सोमवार यानी 13 दिसंबर को देहरादून में बैंकर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने 16 और 17 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में आज सोमवार यानी 13 दिसंबर को देहरादून में बैंकर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने 16 और 17 दिसंबर को देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है। इसी के तहत बैंक कर्मचारी पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर अपनी ताकत का अहसास करा रहे हैं। दून में यूनियंस की उत्तराखंड शाखा के तत्वावधान में राजपुर रोड स्थित एस्लेहाल में पंजाब नैशनल बैंक के समक्ष ये प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि 1969 में निजी क्षेत्र के बैंकों का राष्ट्रीयकरण करते समय शाखाओं की संख्या 8000 थी, जो आज 1,18,000 है। वहीं इन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पास 1969 में 5000 करोड़ रुपए की जमा राशि थी, जो आज 157 लाख करोड़ रूपए हो चुकी है। इसी प्रकार 1969 में बैंकों द्वारा दिये गए ऋण की राशि 3500 करोड़ रुपए थी, जो आज 110 लाख करोड़ रुपए हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने आमजन के हित में देश के कोने-कोने में बैंक सुविधाओं का विस्तार किया है, जो सस्ते मूल्य और आसान शर्तों पर दी गई हैं। यही नहीं सरकारी हस्तक्षेप से इन बैंकों की गाढ़ी कमाई से पिछले 7-8 वर्षों से हर साल कॉर्पोरेट पूँजीपतियों का एक से डेढ़ लाख करोड़ रुपए का ऋण माफ किया जाता रहा है। इसके बावजूद बैंकों का ऑपरेटिंग प्रॉफ़िट जो 2009-10 में 76000 हजार करोड़ रुपए था, 2020-21 में वो 197000 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
वक्ताओं ने कहा कि ऐसे में इन बैंकों का निजीकरण करना बड़े पूँजीपतियों को औने-पौने दामों में जमे-जमाये बैंकिंग क्षेत्र को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। जो आमजन के लिए बैंकिंग सुविधाओं को बहुत अधिक महंगा साबित करने वाला सिद्ध होगा। इससे रोजगार के साधनों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा और बैंक कर्मियों की सेवा-शर्तें भी प्रभावित होंगी। ऐसी जन विरोधी नीति का सभी बैंककर्मी हर संभव आंदोलन के द्वारा विरोध करते हैं। इस क्रम में 16-17 दिसम्बर 2021 को देश भर के सभी बैंककर्मी हड़ताल पर रहेंगे।
प्रदर्शन में आर के गैरोला, राजन पुंडीर, अनिल जैन, वी के जोशी, कमल तोमर, टी पी शर्मा, निशांत शर्मा, मोहित वर्मा, एस एस रजवार, विनय शर्मा, सी के जोशी, करन रावत, कुन्दन रावत, आई एस परमार, डी एस तोमर, विकास संगारी, आर सी उनियाल, ओ पी मौर्य, सुधीर रावत, नवीन नेगी आदि ने भाग लिया। संचालन यूएफबीयू के संयोजक समदर्शी बड़थ्वाल ने किया।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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