ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी भीमताल में संयोगि शिविर में बोले बाबा रामदेव-जीने की कला सिखाता है योग

आज इस समारोह के मुख्य अतिथि योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि भारतीय गुरुकुल पद्धति को विश्व की शिक्षा पद्धति बनाना है। उन्होंने कहा कि शरीर ही व्यक्ति की व्यक्तिगत पूंजी है और योग करके व्यक्ति की आयु को बढ़ाया जा सकता है। स्वामी रामदेव ने कहा कि गुरुकुल पद्धति में महिला सम्मान, माता पिता में श्रद्धा, पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता, स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति गौरव भाव, आत्मगौरव का भाव, परमार्थ का भाव सिखाया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षण मंडल के पदाधिकारी श्री उमाशंकर पचोरि ने कहा कि भारतीय शिक्षण मंडल का मुख्य उद्देश्य माँ भारती को विश्व गुरु बनाने के साथ साथ भारतीय गुरुकुल पद्धति को विश्व की शिक्षा पद्धति बनाना है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा को सीखने से मस्तिष्क परिष्कृत हो जाता है और भागवत गीता के अदयनन से लोग निष्काम कर्म एवं ज्ञान योग सीखते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भरतिए संगठन मंत्री मुकुल करनिटकर ने कहा के आज भारत वर्ष इतिहास गढ़ने के मोड़ पर खड़ा है। उन्होंने बताया कि भारत माता को पुनः एक बार विश्व गुरु के पद पर आसीन होते देखने वाली पीढ़ी हम ही है। आचार्य ज्ञानेंद्र ने गुरुकुल शिविर आयोजन के कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए गुरुकुल की महत्वता को उजागर किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के अध्यक्ष प्रफेसर डॉक्टर कमल घनशाला ने आग्रह किया कि प्रत्येक वर्ष इस शिविर का आयोजन ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में किया जाए ताकि देश भर से आए छात्रों उच्च आदर्शों की शिक्षा मिले। इस अवसर पर भारतीय शिक्षण बोर्ड के अध्यक्ष एमपी सिंह, अ.मा. कोष प्रमुख डॉ. राजेन्द्र पाठक, सह कोष प्रमुख देवेन्द्र पवार, कोष प्रमुख भारतीय शिक्षण मण्डल डॉ. महेश मनचन्दा, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओपीएस नेगी, अ.मा. कार्यालय सहप्रमुख गजराज डवास, सहसम्पर्क प्रमुख पुष्पेन्द्र राठी, कार्यालय प्रमुख सांभवी प्रान्त प्रमुख संदीप विजय, परिसर निदेशक प्रो. डॉ. एमसी लोहानी, प्रशासनिक प्रमुख कर्नल एएन सोनी (रिटायर्ड), समस्त विभागाध्यक्ष, स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।