आयुष्मान भवः योजना की हकीकत को ग्राउंड जीरो पर जाकर परखें अधिकारीः हेकाली झिमोमी
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उत्तराखंड में आयुष्मान भवः योजना की प्रगति रिपोर्ट पर भारत सरकार की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की अपर सचिव हेकाली झिमोमी संतुष्ट नजर आईं। उन्होंने कहा हर व्यक्ति को योजना का लाभ मिले। साथ ही ग्राउंड जीरो पर जाकर योजना की हकीकत को अधिकारियों को परखना होगा। इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में डेंगू की रोकथाम को लेकर उठाए गए कदमों की सराहना की। हालांकि, उत्तराखंड में जिस कदर डेंगू का कहर बरप रहा है, उसे लेकर विपक्षी दल सरकार को निशाना बना रहे हैं। साथ ही सरकारी आंकड़ों को झूठा बता रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अपर सचिव हेकाली झिमोमी अपने एक दिवसीय दौरे पर शनिवार को देहरादून पहुंची। जहां उन्होंने देहरादून स्वास्थ्य महानिदेशालय में स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सभागार में आयुष्मान भवः, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन कार्यक्रम तथा यूसैक्स के कार्यक्रमों की समीक्षा की। आयुमान भवः, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन कार्यक्रम तथा यूसैक्स के कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए अपर सचिव स्वास्थ्य हेकाली झिमोमी ने कहा कि आयुष्मान भवः कार्यक्रम के अन्तर्गत आम जन तक सरकारी स्वास्थ्य सेवायें पहुचाना भारत सरकार का मुख्य उद्देष्य है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने सभी कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देषित किया कि जहां जहॉ आयुष्मान मेलों का आयोजन किया जाना है, वहां पर लोगो को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए। ताकि अधिक-अधिक लोगों को आयुष्मान कार्यक्रम के अन्तर्गत मिलने वाली आयुष्मान कार्ड, आभा आई कार्ड तथा स्वास्थ्य सम्बंधी अन्य जानकारियां मिल सकें। साथ ही समय आने पर वह इनका लाभ ले सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की कार्ययोजना इस प्रकार हो कि इसका ज्यादा से ज्यादा लोगो को लाभ मिल सके। अपर सचिव ने बताया कि यह पहाडी राज्य है। इसलिए विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भी एक विषेष कार्ययोजना बनाकर आयुष्मान कार्यक्रम को सफल बनाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अंगदान को लेकर भी राज्य में जनजागरूकता कार्यक्रम चलायें जाए। ताकि अधिक से अधिक लोग अंगदान का महत्व समझ कर अंगदान का संकल्प लें और जरूरतमंद लोगों की जिंदगी बचाने में आगे आ सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर उन्होंने राज्य में डेंगू की रोकथाम को लेकर उठाए जा रहे कदमों की सराहना की। विशेष कर हॉटस्पॉट क्षेत्र में चलाए जा रहे डेंगू नियंत्रण महाअभियान को एक नवीन पल के रूप में सराहा गया। अपर सचिव ने कहा गया की अग्रिम वर्षों में फ्रंटलाइन वर्कर्स के माध्यम से नियमित तौर पर संचारी रोगों के नियंत्रण रोकथाम एवं जागरूकता के लिए घर-घर जाकर कार्य करने के लिए कार्य योजना बनाई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेष कुमार द्वारा अपर सचिव स्वास्थ्य, नई दिल्ली भारत सरकार को आष्वासन दिलाया गया कि भारत सरकार द्वारा दिये गये सभी दिषानिर्देषों का पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा। आयुष्मान भवः कार्यक्रम के अन्तर्गत दिये गये निर्देष एवं लक्ष्यों को प्राप्त किया जाएगा। इसका साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य में अंगदान को लेकर आम जनमानस को लगातार प्रेरित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों का असर है कि कई लोगों ने राज्य में अंगदान का संकल्प लिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
समीक्षा बैठक में राज्य की ओर से एनएचएम की मिशन निदेशक स्वाती भदौरिया, आयुष्मान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष श्रीवास्तव, स्वास्थ्य महानिदेशालय के प्रभारी निदेशक डॉ भागीरथी जंगपांगी, अपर निदेशक डॉ टीके टम्टा, परियोजना निदेशक डॉ. अजय कुमार नगरकर, डॉ. वीएस टोलिया, डॉ अमित शुक्ला, डॉ. राजन अरोडा, डॉ. पंकज कुमार सहित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, भले भी स्वास्थ्य विभाग डेंगू के नियंत्रण की बात करते अपनी पीठ थपथपा रहा है। वहीं, विपक्षी राजनीतिक दल सरकारी आंकड़ों को गलत ठहरा रहे हैं। कांग्रेस के कई नेताओं ने अस्पतालों का दौरा किया और वहां बेड, प्लेटलेट्स सहित विभिन्न समस्याओं के प्रति सरकार से सवाल किए। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नेता सूर्यकांत धस्माना तो डेंगू मरीजों की सहायता के लिए अधिकांश समय अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं। साथ ही वह डेंगू को लेकर सरकारी आंकड़ों को चुनौती भी दे रहे हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।