निकाला गया शुभ मुहूर्त, तीन मई को सवा ग्यारह बजे खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट, जानिए अन्य धामों की तिथियां
शनिवार को नवरात्र पर गंगा धर्मशाला उत्तरकाशी में गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने बैठक की। इसमें पंचांग देखकर तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाने का शुभ मुहूर्त तय किया। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने कहा कि दो मई को गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा से गंगा की डोली दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर गंगोत्री के लिए रवाना होगी। मार्कंडेय मंदिर, देवी मंदिर होते हुए रात्रि विश्राम के लिए गंगा की डोली यात्रा भैरव घाटी पहुंचेगी। जहां भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी।
तीन मई की सुबह पांच बजकर 30 मिनट पर गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी। गंगोत्री धाम पहुंचने पर गंगा लहरी पाठ, गंगा सहस्त्रनाम पाठ, गंगा हवन और गंगा आरती का कार्यक्रम होगा।इसके साथ ही शुभ मुहूर्त पर गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। इस मौके पर तीर्थ पुरोहितों में सुमेश सेमवाल, महेश सेमवाल, दिनेश सेमवाल, वशुदेव सेमवाल, प्रेमकांत सेमवाल, हरदीप शरण सेमवाल आदि मौजूद रहे।
22 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट
सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट इस बार 22 मई की सुबह साढ़े दस बजे से खोल दिए जाएंगे। हेमकुंड साहिब परिसर में ही श्री लोकपाल लक्ष्मण मंदिर भी है। इसी दिन इस मंदिर के कपाट भी खोल दिए जाएंगे। कपाट खुलने का समय प्रातः 10.30 बजे तय किया गया है। यात्रियों की सुविधाओं के लिए गुरुद्वारा ट्रस्ट की ओर से अपने सभी गुरुद्वारों, धर्मशालाओं, विश्रामस्थलों में रख-रखाव का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। भारतीय सेना भी अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह से बर्फ कटान का कार्य शुरू कर रही है।
चारधाम के कपाट खुलने की तिथि
तीन मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। इसी दिन से चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो जाएगा। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर खोले जाएंगे। वहीं, बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खोले जाएंगे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।