Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

September 25, 2024

बुरे फंसे रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी, पुलिस ने किया गिरफ्तार, अमित शाह बोले- लोकतंत्र पर हमला

1 min read

रायगढ़ पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी के अलावा अन्य दो लोगों को 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया। पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के अलावा फिरोज शेख और नितेश सारदा को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विट किया कि कांग्रेस और उसके साथियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मशार कर दिया।

इसी साल मई में महाराष्ट्र सरकार की तरफ से इस केस की सीआईडी जांच के आदेश दिए गए थे। ये मामला 2018 का है। पुलिस ने अर्नब के घर पर तलाशी भी ली। अर्नब गोस्वामी, फिरोज शेख और नितेश सारदा पर आरोप हैं कि बकाया राशि न देने पर 53 वर्षीय एक इंटीरियर डिजाइनर और उसकी मां को उन्होंने आत्महत्या के लिए उकसाया। इस मामले की सीआईडी की ओर से पुनः जांच करने के आदेश दिए गए थे।
कथित तौर पर अन्वय नाइक की ओर से लिखे गए सुसाइड नोट में कहा गया था कि आरोपियों ने उनके 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया था। इसलिए उन्हें आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा। रिपब्लिक टीवी ने आरोपों को खारिज कर दिया था।
सीआईडी जांच को लेकर राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था, ‘इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक की बेटी आज्ञा नाइक ने दावा किया था कि रायगढ़ जिले में अलीबाग पुलिस ने बकाया राशि न दिए जाने के मामले की जांच नहीं की थी। इसलिए अन्वय और उनकी मां को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा।
कंगना ने दी ये प्रतिक्रिया
अर्नब की गिरफ्तारी पर एक्ट्रेस कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा-मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछना चाहती हूं कि कितनी आवाज बंद करेगी। ये मुंह बढ़ते जाएंगे। आज से पहले कई शहीदों ने अपनी शहादत दी है। आखिर इतना गुस्सा क्यों आता है।
अमित शाह ने किया ये ट्विट
अर्णव गोस्वामी की गिरफ्तारी पर गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विट किया कि-कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर से लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया है। रिपब्लिक टीवी और अर्णव गोस्वामी के खिलाफ स्टेट पावर का दुरुपयोग किया गया। ये व्यक्तिगत आजादी और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह हमें आपातकाल की याद दिलाता है। यह हमला प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है, जो स्टेट की नीतियों का विरोध कर रही हैं।

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *