केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा के माध्यम से सरकार से मांगे जाएंगे इन सवालों के जवाबः सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आज 21 जुलाई को कोटद्वार में प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश सरकार से कई सवाल पूछे। साथ ही उनका जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बताए केदारनाथ जी में कितना सोना चढ़ा था। सोने की चोरी हुई की नहीं? इसकी जांच किसने की? शंकराचार्य के आरोपों पर सरकार क्यों मौन है ? केदारनाथ में कृष्णा माई की गुफा का नाम बदलकर क्यों मोदी गुफा रखा गया। उन्होंने कहा कि इन सभी सवालों के जवाब मांगने के लिए ही 24 जुलाई से कांग्रेस केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों व सरकार में बैठे लोगों की हरकतों की वजह से देश के सबसे पुराने बारह में से एक ज्योतिर्लिंग भगवान केदारेश्वर देश और दुनिया में उत्तराखंड के चार धामों में से एक श्री केदारनाथ धाम के नाम से प्रसिद्ध है। उसकी प्रतिष्ठा पर बीजेवी ही चोट कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम के नाम से दिल्ली में मंदिर बनाया जा रहा है। उसका शिलान्यास उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। यही नहीं, शिलान्यास के लिए केदारनाथ धाम से दिल्ली शिला ले जाई गई। उन्होंने देशभर या विदेश में कोई भी मंदिर बने, इससे किसी को एतराज नहीं होगा, लेकिन केदारनाथ धाम के प्रतिकात्मक स्वरूप को लेकर हर सनातनी को ऐतराज है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि केदारनाथ धाम उसकी प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए आगामी 24 जुलाई से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में कांग्रेस श्री केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा का आयोजन कर रही है। ये यात्रा हरिद्वार में हरकी पैड़ी से से शुरू होगी। यात्रा करीब 15 दिन तक हरिद्वार से शुरू हो कर ऋषिकेश, देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग होते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। जहां केदार बाबा के चरणों में पूजा अर्चना के साथ संपन्न होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यात्रा के माध्यम से हम प्रदेश सरकार से उन सवालों का जवाब मांगेंगे जो ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद गिरी पूछ रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि केदारनाथ धाम मंदिर में चोरी हुए दो सौ तीस किलो सोने की जांच क्यों नहीं करवाई गई। सोना चढ़ाने वाले को कितने किलो सोने के दान की रसीद मंदिर समिति ने दी। सोना चढ़ाने से पहले मंदिर में चढ़ी हुई चांदी कहां गई। दिल्ली में केदारनाथ धाम मंदिर ट्रस्ट के नाम से नए मंदिर की स्थापना में केदारनाथ जी से शिला क्यों ले जाई गई। केदार धाम में कृष्णा माई गुफा का नाम क्यों बदला गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता धस्माना ने कहा कि भाजपा सरकार व भाजपा समर्थकों की इन हरकतों की वजह से आज पूरे देश और पूरे विश्व में सनातन धर्मावलंबियों की भावनाएं आहत हैं। इन्हीं हरकतों की वजह से अयोध्या मंडल में, प्रयागराज में, चित्रकूट नासिक व रामेश्वरम में लोकसभा चुनावों में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। अब बद्रीनाथ और हरिद्वार की हार से भी भाजपा सबक नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि अब केदारनाथ धाम पर की गई ओछी राजनीति का दंड उनको केदारनाथ उप चुनाव में भुगतना पड़ेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राज्य में आपदा प्रबंधन पर धस्माना ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में चार धाम यात्रा रूट समेत सभी राष्ट्रीय राज मार्ग व राज्य राज मार्ग और सैकड़ों संपर्क मार्ग बरसात के कारण क्षतिग्रस्त हैं। इसके कारण रोजाना दुर्घटनाएं हो रही है। यात्री तथा स्थानीय जनता हलकान हैं, किंतु सरकार उदासीन बनी हुई है। आज सुबह ही केदारनाथ पैदल मार्ग पर चार तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए। क्या यात्रियों की संख्या बढ़ाने के चक्कर में सरकार लोगों की सुरक्षा भूल गई। मौसम विभाग चेतावनी दे रहा है। इसके बावजूद भारी बारिश के दौरान यात्रा को रोका नहीं जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कोटद्वार में मालन नदी का पुल धराशाई हुआ। पुल की घटना को होते ही उन्होंने स्वयं राज्य में चल रहे भ्रष्टाचार व अवैध खनन का सबसे बड़ा उदाहरण बताया। उन्होने कहा कि जब राज्य विधानसभा की अध्यक्ष के क्षेत्र में यह हाल है तो पूरे प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की कल्पना कर सकते हैं। पत्रकार वार्ता में किसान कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री गुड्डू चौहान भी उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।