ग्राफिक एरा की एक और उपलब्धि, जल्द बाजार में आएगी टाइफाइड जांच की नई किट, वैनगार्ड डायग्नोस्टिक के साथ एमओयू

टाइफाइड की जांच की मौजूदा व्यवस्था विडाल टेस्ट के भरोसेमंद न होने के कारण इस बीमारी के इलाज में अक्सर विलम्ब हो जाता है। यह नई खोज करने वाले ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ बायो टेक्नोलॉजी और डिपार्टमेंट ऑफ लाइफ साईंसेज की टीम के मुख्य अन्वेषक डॉ पंकज गौतम ने बताया कि एम ओ यू होने के बाद अब जल्द ही टाइफाइड की जांच के लिए ये किट पूरी दुनिया के लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। आरटी-पीसीआर आधारित इस किट के जरिये जांच करने पर शत प्रतिशत सटीक नतीजे मिलते हैं।
आज विश्वविद्यालय परिसर में यह एमओयू किया गया। इस एमओयू पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी की ओर से कुलपति डॉ एच एन नागराजा और वैनगार्ड डायग्नोस्टिक नई दिल्ली की सीईओ डॉ वीना कोहली ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर नई खोज करने वाली टीम में शामिल डॉ नवीन कुमार, डॉ निशांत राय व डॉ आशीष थपलियाल और वैनगार्ड डायग्नोस्टिक की ओर से डॉ आर पी तिवारी, अनिल कुमार बिरमानी और राहुल ठाकुर मौजूद रहे।
इससे पहले, आज डिपार्टमेंट ऑफ बायो टेक्नोलॉजी और डिपार्टमेंट ऑफ लाइफ साइंसेज की बायो सेफ्टी एंड मॉलिकूलर डायग्नोस्टिक लैब का उद्घाटन किया गया। ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने इस लैब का फीता काटकर उद्धाटन किया। इस मौके पर डॉ घनशाला ने कहा कि ग्राफिक एरा ने नई खोज के रूप में दुनिया को टाइफाइड की सटीक जांच की नई टेक्नोलॉजी का ऐसा उपहार दिया है, जो करोड़ों लोगों को समय पर सही उपचार उपलब्ध कराकर जीवन रक्षा का जरिया बनेगा। इस लैब के शुरू होने से कई तरह की बीमारियों के उपचार के लिए शोध करने की एक नई राह खुल गई है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।