अंकिता हत्याकांडः आरोपियों के भीड़ ने फाड़े कपड़े, रिसोर्ट में चला बुलडोजर, शव बरामद, सीएम बोले-सारे रिसोर्ट की होगी जांच

देर रात चला बुलडोजर
स्थानीय लोग कथित रूप से नियम विरुद्ध बने इस रिसोर्ट को ध्वस्त करने की मांग भी उठा रहे थे। शुक्रवार देर रात करीब 12:00 बजे इस रिसॉर्ट में एक जेसीबी पहुंचा। जेसीबी ने रिसोर्ट के बाएं हिस्से में तोड़फोड़ शुरू कर दी। हालांकि इस हिस्से में दोपहर में भी स्थानीय ग्रामीणों ने पत्थरबाजी कर रिसॉर्ट के शीशे तोड़ दिए थे। इस जेसीबी ने शेष बचे शीशों को भी तोड़ दिया। ह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ तो तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई। कई इंटरनेट मीडिया यूजर्स ने इसे सरकार और प्रशासन की ओर से की गई कार्रवाई बताते हुए शेयर किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भीड़ ने फाड़े आरोपितों के कपड़े
इससे पहले पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय ले जाए जा रहे तीनों आरोपियों पर आक्रोशित ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं तीनों आरोपितों की पिटाई कर दी। साथ ही उनके कपड़े तक फाड़ डाले। पुलिसकर्मियों ने घेरा बनाकर आरोपियों को सुरक्षा देने की कोशिश की। भीड़ में शामिल लोग ने वाहन के शीशे तोड़कर वाहन के भीतर बैठे तीनों आरोपितों की जमकर धुनाई की। इतना ही नहीं पुलकित आर्य और सौरभ भास्कर के सारे कपड़े फाड़ दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सारे होटलों, रिसोर्ट की होगी जांच
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के समस्त रिसोर्ट की जाँच करने के निर्देश ज़िलाधिकारियों को दिए हैं। साथ ही साथ जो रिज़ार्ट अवैध बने हैं या अवैधानिक रूप से संचालित हैं, उनके विरुद्ध तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। प्रदेश भर में स्थित होटल, रिसोर्ट, गेस्ट हाउस आदि में कार्य करने वाले कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की जाए। शिकायतों को गम्भीरता से लिया जाए। सीएम ने कहा कि अपराधी कोई भी हो, सजा जरूर मिलेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट से पांच दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया था। इस मामले में रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है। विनोद आर्य पुत्र में दर्जाधारी भी थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कमरे में नहीं मिली तो दर्ज कराया था मुकदमा
ग्राम श्रीकोट, पट्टी नादलस्यूं, पौड़ी गढ़वाल निवासी (19 वर्षीय) अंकिता भंडारी की गुमशुदगी के सम्बन्ध में राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल ने उपरोक्त मुकदमा 22 सितम्बर को राजस्व पुलिस से थाना लक्ष्मणझूला पुलिस को स्थानान्तरित किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए लक्ष्मणझूला पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए 24 घंटे के अन्दर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर केस वर्कआउट कर लिया। बीती 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे में नहीं मिली। इसके बाद उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीन आरोपियों को किया था गिरफ्तार
गुरुवार को यह मामला राजस्व पुलिस से नागरिक पुलिस को हस्तांतरित होने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी शेखर सुयाल के नेतृत्व में टीम का गठन कर मामले की जांच शुरू की गई थी। इस मामले में छह लोग को हिरासत में लेते हुए पुलिस ने रिसॉर्ट में ताला जड़ दिया था। इस मामले में हत्या का मामला दर्ज करते हुए लक्ष्मण झूला पुलिस ने रिसॉर्ट के मालिक को पुलकित आर्य पुत्र विनोद आर्य निवासी आर्य नगर हरिद्वार, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपी पुलकित आर्य, अंकित और सौरभ भाष्कर ने जुर्म कबूल लिया और पूरे मामले का सच बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
षड्यंत्र रचकर ठिकाने लगाया
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद दावा किया कि वनन्तरा रिसार्ट के अंदर चल रहे अनैतिक कार्यों का राजफाश न हो, इसके लिए अंकिता को पूरी तरह से षडयंत्र रचकर ठिकाने लगाया गया। पहले आरोपी उसे बहाने से ऋषिकेश लाए और जब नहीं मानी तो चीला नहर में फेंक दिया। अंकिता ने डूबने से पहले दो बार पानी की लहरों से बाहर निकलकर बचने का प्रयास भी किया, लेकिन हत्यारे उसके डूबने का इंतजार करते रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सच उगलवाया तो हर कोई रहा हैरान
गुमशुदगी से लेकर हत्या तक पहुंचे इस जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने आरोपियों से सच उगलवाया तो हर कोई हैरान रह गया। अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल ने जब संदेह होने पर शुक्रवार सुबह तीनों आरोपियों रिसार्ट मालिक पुलकित और प्रबंधक सौरभ समेत सहायक प्रबंधक अंकित को गिरफ्तार किया तो रिसार्ट में चल रहे अनैतिक कार्यों से लेकर अंकिता हत्याकांड तक की समस्त कड़ियां खुल गईं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कस्टमर को खुश करने डालते थे दबाव
जांच में सामने आया कि तीनों आरोपित अंकिता पर ग्राहकों को खुश करने दबाव डालते थे। अंकिता राजी नहीं हुई और उसने यह बात अपने सहयोगी को बता दी। जिससे आरोपित उससे नाराज हो गए व उनका अंकिता से विवाद भी हुआ। जब उन्हें अंकिता के रिसार्ट छोड़कर जाने की तैयारी का पता चला तो उन्होंने उसकी हत्या का षड्यत्र रचा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घूमने के बहाने ले गए थे अंकिता को साथ
पुलिस के मुताबिक 18 सितंबर की रात पुलकित, सौरभ और अंकित ऋषिकेश घुमाने के बहाने अंकिता को साथ ले आए। अंकिता सौरभ के साथ बाइक पर बैठी, जबकि पुलकित व अंकित स्कूटी पर गए। ऋषिकेश में बैराज होते हुए चारों लोग एम्स के पास पंहुचे। वहां चारों में कुछ देर बात हुई और फिर वापस चले। वापसी में पुलकित ने अंकिता को स्कूटी पर बैठाया, जबकि सौरभ व अंकित बाइक पर चले। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकिता ने गलत काम करने को लेकर दी थी चेतावनी
बैराज चौकी से कुछ आगे पहुंचने पर सभी चीला नहर किनारे रुक गए। पुलिस ने बताया कि यहां पुलकित, सौरभ व अंकित ने शराब पी। इस दौरान रिसार्ट के अनैतिक कार्यों को लेकर पुलकित और अंकिता का फिर विवाद हो गया। अंकिता ने चेताया कि वह रिसार्ट में चल रहे कामों की जानकारी अपने घरवालों और परिचितों को बता देगी। झगड़ा बढ़ने पर उसने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया। इसके बाद पुलकित से अंकिता की हाथापाई भी हुई। इससे ताव में आए पुलकित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि नहर में गिरने के बाद अंकिता ने दो बार पानी के ऊपर आकर मदद के लिए चिल्लाने और बाहर आने का प्रयास किया। लेकिन, कुछ देर बाद वह नहर में डूब गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वापिस लौटकर रचा पूरा नाटक
अंकिता की हत्या के बाद तीनों आरोपी जब देर रात रिसार्ट पहुंचे तो उन्होंने रिसार्ट स्टाफ को गुमराह करने के लिए पूरा नाटक रचा। दरअसल, अंकिता को जब आरोपित ऋषिकेश ले जा रहे थे तब रिसार्ट के स्टाफ के दो कर्मचारियों अभिनव व कुश ने उन्हें देख लिया था। रिसार्ट आने से पूर्व अंकित ने शेफ मनवीर को फोन कर चार व्यक्तियों का खाना बनाने को कहा। हत्या कर रिसार्ट लौटे तीनों आरोपित किनारे वाले दरवाजे से अंदर गए। अंकित ने अंकिता के लिए शेफ मनवीर से खाना लिया व खुद अंकिता के कमरे में गया, जबकि हमेशा खाना मनवीर ले जाता था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खुद ही दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
अगले दिन यानी 19 सितंबर की सुबह पुलकित व अंकित हरिद्वार जाने की बात कहकर निकल गए। वहां पुलकित ने नया मोबाइल खरीदा और दूसरे नंबर से रिसार्ट के एक कर्मचारी को फोन कर कहा कि उसका मोबाइल अंकिता के कमरे में रह गया है, जाकर ले आए। जब वह कर्मचारी कमरे में पहुंचा तो न अंकिता थी, न फोन। उसने मालिक पुलकित को इसकी जानकारी दी। जिस पर पुलकित को लगा कि उनका षड्यंत्र सफल हो गया और तीनों ने पटवारी चौकी पहुंचकर अंकिता की गुमशुदगी दर्ज करा दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक आडियो आया था सामने
18 सितंबर का अंकिता की एक आडियो क्लीप सामने आई थी, जिसमें वह सहयोगी कर्मचारी को फोन कर रो रही थी। सहयोगी कर्मचारी से उसने अपना बैग लाने को कहा गया था। उसकी व्हाट्सअप चैट भी पुलिस ने जांची है, जिसमें पुलकित के गलत कामों के बारे में वह अपने एक करीबी दोस्त को बता रही थी। इसी दोस्त की सक्रियता के बाद अंकिता के लापता होने की जांच तेज हो सकी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकिता का शव बरामद
पुलिस पूछताछ में पता चला कि रिसॉर्ट ओनर पुलकित आर्य और अन्य आरोपित अंकिता पर कस्टमर से सम्बन्ध बनाने का दबाव बनाते थे। यह बात अंकिता ने अपने कुछ साथियों को बता दी थी। इसी को लेकर अंकिता और आरोपितों के बीच विगत 18 सितंबर को विवाद हुआ था। जिसके बाद आरोपित उसे अपने साथ दोपहिया वाहन में घुमाने के लिए ले गए और उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस की टीम नहर में अंकिता का शव तलाश कर रही थी। शनिवार की सुबह अंकिता का शव चीला नहर से बरामद कर लिया गया है। अंकिता के पिता और भाई ने शव की पहचान कर ली है। वहीं अपनी बेटी को इस हाल में देख पिता टूट गए हैं। पिता और भाई का कहना है कि शव पर जो कपड़े हैं, वह अंकिता के ही है। वहीं पुलिस रिसॉर्ट कर्मचारियों से भी शिनाख्त करवाएगी।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।