नफरत की बाजार के खिलाफ फूटने लगा गुस्सा, कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी सहित शिव सेना शिंदे के नेता के खिलाफ दी तहरीर
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नारा दिया था कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे। बात आगे बढ़ती रही और नफरत इस हद तक पहुंच गई कि कुछ नेता राहुल गांधी से इतना डर गए कि कोई उन्हें उनकी दादी की हत्या की याद दिलाने लगा। या समझो उन्हें धमकाने लगा। एक नेता ने तो राहुल की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये के ईनाम की घोषणा तक कर दी। यानि कि नफरत का बाजार चरम पर है। ऐसे में मोहब्बत की दुकान खोलने वालों को अब सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता ऐसे मुद्दों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में तो कांग्रेसी ऐसी बयानबाजी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए कोतवाली पहुंच गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भाजपा नेताओं की ओर से राहुल गांधी के विरुद्ध अपमानजनक और हिंसक बयानबाजी के विरोध में देहरादून महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने देहरादून कोतवाली में बयानबाजी करने वाले नेताओं के विरुद्ध तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया या नहीं, इसकी जानकारी हमें नहीं है। वैसे ऐसे मामलों में पुलिस का रवैया कैसा होता है, ये जगजाहिर है। जब तक कोई कोर्ट का सहारा नहीं लेता है कि पुलिस थाने में की गई इस तरह की शिकायत रद्दी की टोकरी में डाल दी जाती है। कारण ये है कि हिम्मत नहीं है कि जिसकी सत्ता हो, उसके खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज कर सके। यदि यहां पुलिस मुकदमा दर्ज करती है तो माना जाएगा कि वह ईमानदारी से काम कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर डॉ. गोगी ने कहा कि पुलिस प्रशासन की ओर से ऐसे मामलों में स्वतः कार्रवाई करनी चाहिए थी। यह नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा को सीधा सीधा खतरा है। भाजपा के नेताओं की अपने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर राहुल गांधी के खिलाफ ऐसी अनर्गल और अपमानजनक बातें करना सामान्य बात हो गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू और उत्तर प्रदेश के एक मंत्री रघुराज सिंह ने हाल में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को आतंकवादी और देश का दुश्मन बताया। भाजपा के सहयोगी महाराष्ट्र के शिवसेना शिंदे के विधायक संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी की जीभ काटने पर 11 लाख के इनाम की बात की है। यह भाजपा की कुत्सित और हिंसक मानसिकता को उजागर करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि ये लोग भारत के नेता प्रतिपक्ष जैसे गरिमापूर्ण पद पर आसीन नेता के लिए अपमानजनक और हिंसक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। भाजपा नेताओं की इन सब बयानबाजियों पर भाजपा सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। इससे जाहिर होता है कि ये भाजपा नेता अपने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गोगी ने कहा कि भाजपा नेताओं के इस तरह के बयान भाजपा कैडर को हिंसा के लिए सीधे सीधे उकसावा है। अब देश की जनता के सामने ये साफ है कि मोदी और अमित शाह घृणा की राजनीति और और हिंसा में विश्वास करते हैं। लोकतंत्र में भाजपा के वर्तमान नेतृत्व का कोई भरोसा नहीं है। जनता समझ गई है कि ये लोग तभी तक केवल दिखावे के लिए लोकतंत्र और संविधान की बात करते हैं और मौका मिलने पर इसे खत्म भी करना चाहते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर सावित्री थापा, मोहन कला, सुलेमान अली, आलोक मेहता, सूरज क्षेत्री, सज्जाद आंसारी, गौरव शर्मा, लता सिंह, फ़रमान अली, मंजु देवी, अमनदीप सिंह, सत्येन्द्र पवार आदि उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।