अम्मा जरा देख तो ऊपर, उत्तराखंड में गरज रहे बादल, पहाड़ों पर भूस्खलन, सड़कों पर जल ही जल, ताजा करो बचपन की याद, ऐसा रहेगा उत्तराखंड में मौसम

बचपन में कविता पढ़ी थी। ये कविता थी कि अम्मा जरा देख तो ऊपर चले आ रहे हैं बादल। गरज रहे हैं, बरस रहे हैं दीख रहा है जल ही जल। इस साल वर्ष 2025 में उत्तराखंड के संदर्भ में ये कविता काफी हद तक सटीक बैठती है। यहां तो कविता में कुछ बदलाव भी हो सकता है कि-अम्मा जरा देख तो ऊपर उत्तराखंड में गरज रहे हैं बादल, पहाड़ों पर भूस्खलन और सड़कों पर जल ही जल। गरजने लगी नदियां, भूल गई कल कल। खैर ये तो हुई कविता और वर्तमान में उत्तराखंड में मौसम की बात। फिलहाल उत्तराखंड में सितंबर माह में भी मौसम नादान बना हुआ है। इस बार तो सावन के झूले झूलने की नौबत नहीं आई। कारण की सावन के महीने में पवन ने शोर तो किया, लेकिन बारिश इतनी हुई कि किसी पेड़ की डाल पर झूला शायद ही उत्तराखंड में किसी गांव या मोहल्ले के लोगों ने मिलकर लगाया हो और उसे झूला हो। सावन के झूलों को लेकर कविता भी है और गीत भी बने हैं। हालांकि, अब जिसकी जेब मोटी है, उनके यहां परमानेंट झूले लगे हुए हैं। फिर भी वो मजा आज नहीं आ सकता, जो करीब चालीस से पचास साल से मैं कई साल तक देखता आता रहा और महसूस करता रहा। अब बात करेंगे उत्तराखंड के मौसम की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड का मौसम और पूर्वानुमान
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित अधिकांश जिलों में हर दिन बारिश हो रही है। बारिश के दौरान मैदानी इलाकों में सड़कों पर तालाब की स्थिति बन रही है। हालांकि, आज गुरुवार 11 सितंबर की सुबह से बारिश भले ही थमी हुई है, लेकिन अधिकांश स्थानों पर बादल छाए हुए हैं। ऐसे में कहीं कहीं बारिश की उम्मीद है। पहले जैसी अगस्त माह में उमस भरी गर्मी होती थी, इस बार ऐसी गर्मी सितंबर माह में भी जारी है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, आज 11 सितंबर से लेकर 17 सितंबर तक राज्य के कुछ जिलों में अधिकांश स्थान पर और कुछ जिलों में कुछ स्थान पर हल्की से मध्यम बारिश गर्जन और बौछार के साथ हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पांच दिन का अलर्ट
मौसम विभाग ने 11 से 15 सितंबर तक राज्यभर के जिलों के लिए कहीं कहीं भारी बारिश, आकाशीय बिजली चमकने, बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर की संभावना का येलो अलर्ट जारी किया है। पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन की संभावना है। वहीं, नदी और नालों का जल प्रवाह भी बारिश के दौरान बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को बारिश के दौरान सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है। साथ ही सचेत रहने को भी कहा गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में बारिश से नुकसान
अब यदि उत्तराखंड में बारिश से नुकसान की बात करें तो राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की 10 सितंबर की रिपोर्ट को देखना जरूरी है। तभी इसका पता चलेगा। रिपोर्ट कहती है कि एक अप्रैल से लेकर 10 सितंबर तक उत्तराखंड में आपदा से 85 लोगों की मौत हो चुकी है। 128 लोग घायल हुए हैं। 94 लोग लापता हैं। 167 बड़े और 6744 छोटे मवेशी आपदा में मारे गए। 274 मकान पूरी तरह से, 3726 मकान आंशिक और 195 मकान हल्के क्षतिग्रस्त हुए हैं। फिलहाल, एनएच, एसएच और अन्य एजेंसियों की करीब 144 सड़कें इस दौरान अवरुद्ध हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून का तापमान
बात देहरादून के तापमान की हो तो दिन के समय तापमान बढ़ा हुआ है। रात को हल्की राहत है। गुरुवार 11 सितंबर की पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे तक देहरादून का तापमान दिन की अधिकतम सीमा 28 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था। इसके न्यूनतम 24 डिग्री रहने की संभावना है। 12 से 18 सितंबर तक देहरादून का अधिकतम तापमान क्रमशः 28, 27, 27, 27, 26, 27, 27 डिग्री रहने का पूर्वानुमान है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 23, 23, 22, 23, 21, 21, 21 डिग्री रह सकता है। इससे लगता है कि आने वाली रात में आप चैन की नींद ले सकते हो।
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फोटोः आभार सोशल मीडिया

Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।