कमालः रिपोर्ट में मंत्री का नाम है या नहीं, जानने को पीड़ित की पत्नी ने लगाई आरटीआई, तब आया जवाब, देखें मारपीट का वीडियो
ये उत्तराखंड है जनाब। एक मंत्री सरेआम युवक की पिटाई करता है। युवक की ओर से पुलिस में एफआईआर दर्ज की जाती है। इसमें मंत्री को नामजद किया जाता है। इसके बाद भी रिपोर्ट लिखाने वाले को पता नहीं चलता कि मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है या नहीं। पुलिस भी गोलमोल जवाब देती है। पत्रकार वार्ता में एसएसपी साहब भी गोलमोल बताते हैं। सारी स्थिति कन्फ्यूजन वाली होती है। इस पर पीड़ित की पत्नी आरटीआई लगाती है। तब जाकर जवाब मिलता है और पता चलता है कि मुकदमे में मंत्रीजी का नाम भी दर्ज है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पीड़ित को एफआईआर की कापी नहीं दी गई थी। या फिर पहले मंत्री का नाम उससे गायब था। इस मामले को समझने के लिए पहले हम ये जानते हैं कि आखिर घटनाक्रम क्या था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है पूरा मामला
प्रदेश में राजनीतिक माहौल मंगलवार को उस समय बहुत गरमा गया जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और उनका गनर बीच सड़क पर एक युवक की पिटाई करते दिखे। वायरल वीडियो में कैबिनेट मंत्री सड़क किनारे अपने वाहन के पास खड़े होकर ऋषिकेश के शिवाजी नगर निवासी युवक सुरेंद्र सिंह नेगी से बात कर रहे हैं। बातचीत के दौरान अचानक मंत्री उसे थप्पड़ मार देते हैं। इसके बाद उनका गनर भी हाथापाई करने के साथ ही दो युवकों की पिटाई करता है। साथ ही मंत्री भी एक युवक को मारते हुए नजर आते हैं। इस दौरान युवक के दूसरे साथ की भी पिटाई होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मंत्री की सफाई
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा था कि हम जाम में फंसे थे। उसी समय बाइकसवार दो युवक गाड़ी के बगल आकर गाली देने लगे। हमने समझाया तो युवक ने कॉलर पकड़कर हाथापाई कर दी। इस बीच हमारा कुर्ता फट गया। सुरक्षाकर्मी ने रोका तो उनकी वर्दी फाड़ दी गई। अब मंत्री से किसी ने ये सवाल पूछा या नहीं कि आप तो वीडियो में खुद मारपीट करते दिख रहे हो, क्या कानून को हाथ में लेने का आपको अधिकार है। ये सवाल तो कोई नहीं पूछेगा। हां, ये जरूर है कि खबरों की हैडिंग बनाई गई कि मंत्री पर युवक ने किया हमला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कौन है पीड़ित युवक
मंत्री के थप्पड़ खाने वाला युवक सुरेंद्र नेगी नगर निगम ऋषिकेश के शिवाजी नगर क्षेत्र के निवासी हैं। वे काफी समय से सामाजिक और जनहित के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वे शिवाजीनगर क्षेत्र से ही निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नगर निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वह अपने घर के पास परचून की दुकान चलाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देखें मारपीट का वीडियो
पीड़ित पर भी दर्ज किया गया मुकदमा
इस मामले में वीडियो में जो युवक मार खाता नजर आ रहा है। सुरेंद्र सिंह नेगी नाम के इस युवक के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसको सरेराह पीटा गया। उस पर मारपीट, लूट और छीनौती का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। प्रेमचंद अग्रवाल के गनर गौरव राणा ने ऋषिकेश कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप लगाया कि सुरेंद्र सिंह नेगी निवासी शिवाजी नगर ऋषिकेश व धर्मवीर ने मंत्री की सरकारी गाड़ी के बगल में गाड़ी लगाते हुए गाड़ी की खिड़की पर हाथ मार कर शीशा तोड़ने का प्रयास किया। साथ ही गाली गलौज की। मंत्री की ओर अपना हाथ बढ़ाते हुए जेब में रखे भगवान के अंग वस्त्र व पेन समेत 1150 रुपए छीनने का प्रयास करते हुए उनके कुर्ते को फाड़ने का प्रयास किया गया। साथ ही गनर के साथ भी मारपीट व गाली गलौज करने के साथ ही सरकारी काम में बाधा पहुंचाया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मंत्री पर था सस्पेंस
इस मामले में युवक सुरेंद्र सिंह नेगी की ओर से भी मुकदमा दर्ज कराया गया था, लेकिन मंत्री का एफआईआर में नाम होने को लेकर सस्पेंस बना हुआ था। ऐसे में पीड़ित की पत्नी को आरटीआई लगानी पड़ी। फिर पता चला कि ऋषिकेश में शिवाजी नगर के युवक सुरेंद्र सिंह नेगी की बीच सड़क पर पिटाई के मामले में कैबिनेट मंत्री समेत चार लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कोतवाली पुलिस ने यह जानकारी रविवार को सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत सुरेंद्र की पत्नी दमयंती देवी को उपलब्ध कराई है। खास बात यह है कि दमयंती देवी ने रविवार सुबह ही थाने में आरटीआई लगाई थी और तीन घंटे के अंदर पुलिस ने जानकारी उपलब्ध करा दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये दी गई जानकारी
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक खुशीराम पांडे ने आरटीआई की बिंदुवार जानकारी उपलब्ध कराते हुए बताया कि मामले में मंत्री समेत चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। सुरेंद्र सिंह नेगी ने वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, उनके पीआरओ कौशल बिजल्वाण और गनर गौरव राणा के खिलाफ तहरीर दी थी। इसके अलावा एक अन्य हेड कांस्टेबल दीपक नेगी का नाम भी विवेचना में आया था। सभी को नामजद कर लिया गया है। इस मामले में सुरेंद्र की ओर से एम्स चौकी में दी गई तहरीर को भी समायोजित कर लिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये बिंदु भी किए गए स्पष्ट
आरटीआई में सुरेंद्र नेगी को पुलिस सुरक्षा में रखने के बारे में स्पष्ट किया गया है। बताया गया कि घटना के दिन सुरेंद्र नेगी को पुलिस सुरक्षा में रखा गया था ताकि उसके साथ कोई अप्रिय घटना न हो। सुरेंद्र सिंह नेगी का मेडिकल न कराए जाने वाले बिंदु पर जानकारी दी गई कि सुरेंद्र सिंह नेगी ने ऐसा कोई कारण नहीं बताया गया था कि जिससे उस समय मेडिकल कराया जाता।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।