अल्मोड़ा के सीईओ का पत्र वायरल, एबीवीपी के सम्मेलन में 9वीं और 11वीं के विद्यार्थियों को प्रतिभाग का निर्देश, कांग्रेस ने की निंदा
उत्तराखंड में अब शिक्षा महकमा भी छात्र राजनीति से जुड़ गया है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ये आरोप महकमें पर लग रहे हैं। इस संबंध में अल्मोड़ा जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें एबीवीपी के सम्मेलन में नवीं और 11वीं के छात्रों को प्रतिभाग करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग के इस कदम से कांग्रेस कहां चुप रहने वाली थी। उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने इसकी कड़ी आलोचना की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अल्मोड़ा जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण की ओर से जारी पत्र को कांग्रेस ने मीडिया को भी शेयर किया है। इस पत्र को अल्मोड़ा के सात इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्यों को प्रेषित किया गया है। इसमें कहा गया है कि छात्रसंघ अल्मोड़ा के पूर्व अध्यक्ष दीपक उप्रेती की ओर से दिए गए पत्र में अवगत कराया गया है कि 16 फरवरी को नंदा देवी प्रांगण में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की अल्मोड़ा इकाई का जिला सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें कक्षा नौ और 11 के छात्र छात्राओं को प्रतिभाग कराने का अनुरोध किया गया है। पत्र में आगे प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है कि अपने विद्यालय से नवीं और 11वीं के छात्र छात्राओं को एबीवीपी की अल्मोड़ा इलाई के सम्मेलन में नंदा देवी प्रांगण में प्रतिभाग कराना सुनिश्चित किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भीड़ बढ़ाने के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रही है भाजपाः गरिमा मेहरा दसौनी
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने इस मामले को लेकर एक बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि एक बहुत ही चौकानेवाले प्रकरण में मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा ने जनपद के 9 विद्यालयों के प्रधानाचार्य को शासकीय पत्र भेजकर कक्षा 9 और कक्षा 11 के छात्र-छात्राओं को एबीवीपी के होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आदेश जारी किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस प्रकरण पर कड़ा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन करने पर उतारू हो गई है। दसौनी ने कहा कि भाजपा को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है। एक तरफ तो भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों के इस्तेमाल का अनर्गल आरोप लगाती है और वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में अल्मोड़ा जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी सरकारी पत्र जारी करते हुए 9 सरकारी विद्यालयों के प्रधानाचार्य को आदेश देते हुए देखे जा रहे हैं जिसमें कक्षा 9 और 11 के मासूम बच्चों को भीड़ बढ़ाने के लिए एबीवीपी के कार्यक्रम में जबरन भेजे जाने की बात कही गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का स्तर दिन पर दिन गिरता चला जा रहा है। अपने कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए और भीड़ बढ़ाने के लिए अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का इस्तेमाल निश्चित तौर पर निंदनीय है। दसौनी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा के इस कृत्य की भर्त्सना करते हुए कहा की भाजयुमो के कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी की रुचि बता रही है कि आज पूरा सरकारी अमला किस तरह से भारतीय जनता पार्टी के हाथों की कठपुतली बन चुका है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपेक्षा की कि वह तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को पद मुक्त करें।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।