अखिलेश यादव का योगी पर तंज, कहा-लैपटॉप चलाओ, बुलडोजर नहीं, हम तो लैपटॉप भी चला लेंगे और बुलडोजर भी
उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लैपटॉप को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपका मुख्यमंत्री ऐसा न हो जो लैपटॉप चलाना न जानता हो। अ
उल्लेखनीय है कि अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। इसको लेकर प्रदेश में काफी राजनीतिक हलचल है। एक-दूसरे दलों पर सियासी हमले किये जा रहे हैं। भाजपा और सपा नेताओं के बीच वाकयुद्ध पहले से ही एक नए स्तर पर पहुंच गया है। दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं। उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के साथ उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने जोर-शोर से प्रचार शुरू कर दिया है।
अखिलेश यादव हाल ही में मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर दिये गये अपने बयान को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। उन्होंने जिन्ना पर दिये बयान को लेकर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि मैं तो कहूंगा कि दोबारा किताबें पढ़ लें। इस पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने सवाल किया है कि किताबें हिंदुस्तान की पढ़नी हैं या पाकिस्तान की।
सपा प्रमुख से शनिवार को जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर पत्रकारों ने जब सरदार वल्लभ भाई पटेल, जवाहर लाल नेहरू और महात्मा गांधी के साथ पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र किये जाने के संदर्भ को स्पष्ट का आग्रह किया तो उन्होंने कहा कि मैं तो कहूंगा कि दोबारा किताबें पढ़ लें।
पिछले लोकसभा चुनावों से पहले यूपी राजनीति में 2019 में जब बसपा और सपा ने गठबंधन किया था। तब पूरी राजनीति ‘बुआ-बबुआ’ के ईद गिर्द थी, लेकिन अब चर्चा ‘बाबा-बबुआ’ पर केंद्रित हो गई है। बाबा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं और बबुआ अखिलेश यादव हैं। अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ को ‘बाबा’ कहा था और मुख्यमंत्री ने सपा प्रमुख पर तंज कसते हुए कहा था कि-बबुआ, ये ट्विटर ही वोट भी देगा।
मुख्यमंत्री शनिवार को अखिलेश यादव के गृह जिला इटावा में करीब 475 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने आए थे। उन्होंने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमें इटावा की सेंट्रल जेल भी शामिल है। इस सभा से कुछ घंटे पहले अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए कहा था कि बाबा मुख्यमंत्री को विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। वह पहले से ही बाहर हैं।
इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा मैं यहां (इटावा) दो बार कोरोना के दौरान आया था। अन्य दलों के लोग तब भी होम आइसोलेशन में थे, जब आप संकट में थे। उन्हें चुनाव के दौरान भी अपने घरों तक ही सीमित रहना चाहिए। उन्हें जनता के जवाब की जरूरत है। उन्हें बताइए, बबुआ, ये ट्विटर ही वोट भी देगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे ट्विटर पर व्यस्त थे। तो उन्हें बताओ, बबुआ, ट्विटर आपको वोट देगा। मुख्यमंत्री ने बिना सीधे नाम लिए अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलवाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में दीयों की चमक पूरी दुनिया में चमक रही है। यह वही अयोध्या है जहां लोग पहले जाने से डरते थे और जहां राम भक्तों पर गोली चलाई गई थी। ट्विटर से आगे बढ़ी बात अब लैपटॉप चलाने की जानकारी तक पहुंच गई है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।