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August 3, 2025

सीमांत जिले उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर उतरे दो चेतक हेलीकॉप्टर, अधिकारियों ने हवाई पट्टी का लिया जायजा

चीन के साथ सीमा विवाद के चलते सीमांत जिलों में सेना, वायु सेना और अर्द्धसैनिक बलों की गतिविधियां तेज हैं। हर संभावना से निपटने के लिए वायुसेना भी अलर्ट है। कल चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर इलाहाबाद एयर बेस से दो चेतक हेलीकॉप्टर पहुंचे। इस दौरान वायु सेना के अधिकारियों ने हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। साथ ही स्थानीय प्रशासन से आपातकालीन स्थिति में विमानों की लैंडिंग सहित अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है ये क्षेत्र
सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर वायुसेना की गतिविधियां विगत दो सालों तेज हो रखी हैं। वायु सेना ‘गगन शक्ति’ नाम से इस हवाई पट्टी पर अपने लड़ाकू और मालवाहक विमानों के साथ ट्रायल ऑपेरशन तक चला चुकी है। इस हवाई पट्टी पर दो बार वायु सेना का मालवाहक विमान सफल लैंडिंग कर चुका है।
इंडो-चीन बॉर्डर पर बनी हवाई पट्टी का निरीक्षण
इस क्रम में मंगलवार को चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर इलाहाबाद एयर बेस से दो चेतक हेलीकॉप्टर उतरे। इन हेलीकॉप्टर में वायु सेना के 6 अधिकारी हवाई पट्टी का निरीक्षण करने पहुंचे थे। ऐसे में वायुसेना के इन अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन के साथ हवाई पट्टी पर आपातकालीन स्थिति में विमानों के लैंडिंग सहित अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की। साथ ही वायु सेना के अधिकारियों के हवाई पट्टी के टर्मिनल सहित एटिसी टॉवर और रनवे की चौड़ाई का भी निरीक्षण किया।
तहसीलदार पीएस चौहान ने बताया कि वायु सेना के अधिकारियों ने हवाई पट्टी की सुविधाओं और आपातकालीन स्थितियों के बारे में चर्चा की। जिसके बाद वह अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए। बता दें कि चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी से अंतरराष्ट्रीय सीमा की हवाई दूरी करीब 125 किमी है। वहीं, उत्तरकाशी जनपद से सटी LAC के मद्देनजर वायु सेना और सेना के लिए यह हवाई पट्टी सामरिक दृष्टि से अतिमहत्वपूर्ण है। ऐसे में बीते दो सालों से वायु सेना ने भी इस हवाई पट्टी पर अपनी गतिविधियां तेज कर दी है।

उत्तरकाशी से सुमित कुमार की रिपोर्ट।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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