एम्स ऋषिकेश की कम्युनिटी टास्क फोर्स ने 800 से अधिक छात्र और लोगों को बांटे निशुल्क मास्क, किया जागरूक
उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ) ऋषिकेश के तत्वावधान में गठित कोविड–19 कम्युनिटी टास्क फोर्स की ओर से पौड़ी जिले के यमकेश्वर विकासखंड व ऋषिकेश नगर क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में विद्यार्थियों को कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जागरुक किया गया। अभियान के दौरान 800 से अधिक नागरिकों व छात्र-छात्राओं को सुरक्षा के मद्देनजर निशुल्क कपडे़ के मास्क वितरित किए गए। कोविड19 के तहत संस्थान की ओर से चलाई जा रही जनजागरुकता मुहिम के बाबत अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि स्कूलों में कोविड-19 के मद्देनजर जारी गाइडलाइन का पालन करना शिक्षकों एवं छात्रों के लिए बहुत जरूरी है। निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि छात्र-छात्राओं को कोविड19 से सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देशों, सुझावों का पालन करना चाहिए। उन्हें इस संक्रमण से जुड़ी बीमारी को लेकर जागरुक होना होगा। जिससे जीवन को सुरक्षित रखा जा सके और कोरोना संक्रमण के प्रति उनके द्वारा दूसरे लोगों को भी जागरुक किया जा सके।
राजकीय इंटर कॉलेज दिउली में आयोजित कार्यक्रम के तहत कोविड19 कम्युनिटी टास्क फोर्स द्वारा शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जागरुक किया गया। बीते दिनों श्रीपूर्णानंद इंटर कॉलेज, मुनिकीरेती में विद्यार्थियों को कोविड19 को लेकर जागरुक किया गया। अभियान के तहत सभी लोगों को एम्स की ओर से मास्क बांटे गए।
इस अवसर पर संस्थान के मनोचिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ डा. अनिंद्या दास ने कहा कि लॉकडाउन के बाद से अब तक जो बच्चे घर पर हैं। उन्हें विद्यालय खुलने पर कोविड-19 के मद्देनजर आवश्यक सावधानियां व संक्रमण से बचाव के सभी सुझावों का पालन करना चाहिए। इसके लिए पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों के माता-पिता पहले कोविड-19 की गाइडलाइन का सुचारूरूप से पालन करें।
उन्होंने बताया कि यदि कोई परिवार या अस्पताल में कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो जाता है, तो वह अन्य बच्चों को इससे संबंधित जानकारी कहानी की तरह बताएं। जिससे बच्चों के मन में भय उत्पन्न नहीं हो और बच्चों को खेल- खेल के माध्यम से कोरोना के लक्षण एवं दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दें। उन्होंने बताया कि अभिभावक बच्चों को घर पर हाथ धोने के लिए दबाव नहीं डालें, बल्कि उन्हें हैंडहाईजीन के लिए इस तरह से बताएं कि वह उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाए। एम्स फॉरेंसिक विभाग के विशेषज्ञ डॉ. आशीष बूते ने कहा कि कोविड-19 कम्युनिटी टास्क फोर्स छात्रों से ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगी एवं उनकी समस्याओं का समाधान करेगी।
इस दौरान राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज, दिउली के प्रधानाचार्य डॉ. नंदकिशोर गौड़ व श्रीपूर्णानंद इंटर कॉलेज के उप प्रधानाचार्य संदीप मोहन ने एम्स की ओर से कम्युनिटी के साथ साथ विभिन्न विद्यालयों में आयोजित किए जा रहे कोविड19 जनजागरुकता कार्यक्रम की सराहना की। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता नवीन मोहन, एम्स के हिमांशु ग्वाड़ी, विकास सजवाण, त्रिलोक सिंह आदि मौजूद थे।