महिला की हत्या कर शव के किए 50 से ज्यादा टुकड़े, अलग-अलग स्थानों में फेंका

पुलिस की छानबीन में दिलदार नामक युवक का नाम सामने आ रहा है, जो कि रुबिका का पति है। हालांकि, पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। छानबीन के दौरान पास के ही एक बंद घर से बोरे में रखा मांस का टुकड़ा मिला। सूचना मिलने पर रात में ही एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा दल बल के साथ बोरियो थाना पहुंचे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मामले में छानबीन में यह बात सामने आई है कि कुछ लोगों ने रूबिका पहाड़िन की हत्या करके साक्ष्य छिपाने के लिए उसके शव के टुकड़े किए और उन्हें फेंक दिया। दुमका से रात में ही खोजी कुत्ता बुलाया गया। जांच पड़ताल के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आरोपियों को किसी गुप्त जगह पर रखकर पूछताछ कर रही है। जिला मुख्यालय से चिकित्सकों को भी मानव अंगों की जांच के लिए बुलाया गया। मांस के सभी टुकड़ों को पैक करके फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शनिवार की देर शाम बोरियो संथाली पंचायत के मुखिया एरिका स्वर्ण मरांडी के पुत्र मनोज दास ने बोरियो थाने की पुलिस को सूचना दी थी कि निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र के पास कुछ मानव अंग पड़े हैं। इसके बाद थाना प्रभारी जगन्नाथ पान, एएसआई करुण कुमार राय दल बल के साथ वहां पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने कुछ लोगों से पूछताछ की और फिर जहां मानव अंग मिला उससे करीब तीन सौ मीटर दूर एक बंद पड़े मकान में पहुंची। बंद मकान से बोरे में मांस का टुकड़ा व हड्डी बरामद की गई। बंद मकान में पुलिस तैनात कर दी गई है। शांति भंग होने की आशंका के मद्देनजर बोरियो में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्थानीय एसपी के अनुसार इस घटना में पति समेत परिवार के छह लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पूछताछ में अब तक दिलदार, उसकी मां और एक मामा पर अपनी पत्नी रुबिका पहाड़िन की हत्या का आरोप लगा रहा है। वहीं, लेकिन पुलिस का कहना है कि यह उसकी खुद को बचाने की चाल है। दिलदार के रुबिका से दूसरी शादी करने पर परिवार में तनाव था। परिवार के ज्यादातर सदस्य दिलदार की पहली पत्नी का पक्ष लेते थे।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।