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September 16, 2024

लॉकडाउन के आफ्टर इफेक्ट, बेरोजगार हुए इंजीनयर ने दो बच्चों का गला काटा, पत्नी के साथ खाया जहर, दो की मौत

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कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन के आफ्टर इफेक्ट अब बुरी घटनाओं के रूप में सामने आ रहे हैं। बेरोजगारों के घर परिवार के खर्चे न चलने के कारण लोग खौफनाक कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं।

कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन के आफ्टर इफेक्ट अब बुरी घटनाओं के रूप में सामने आ रहे हैं। बेरोजगारों के घर परिवार के खर्चे न चलने के कारण लोग खौफनाक कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक बड़ी दर्दनाक खबर सामने आई है। कोविड-19 और लॉकडाउन की वजह से लंबे समय से बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से तंग आकर एक सिविल इंजीनियर ने पूरे परिवार के साथ खुदकुशी की कोशिश की। इसमें इंजीनियर रवि ठाकरे और 16 साल के बेटे चिराग की मौत हो गई। उसकी पत्नी और 14 साल की बेटी अस्पताल में भर्ती हैं।
भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र के सहारा स्टेट का यह मामला है। जहां एक फ्लैट में ये वारदात हुई है। बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से परेशान होकर इंजीनियर ने पत्नी के साथ जहर खाया। दोनों बेटे-बेटियों को ब्लेड से काट डाला था। बेटी और उसकी मां का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इंजीनियर की पत्नी रंजना ठाकरे की हालत स्थिर बताई जा रही है, जबकि बेटी गुंजन का स्थिति गंभीर बनी हुई है। रंजना ठाकरे ब्यूटी पार्लर चलाती थी। मृतक इंजीनियर रवि ठाकरे की उम्र 55 साल थी।
इंजीनियर की पत्नी के बयानों के आधार पर प्राथमिक जांच से पता चला है कि इस दंपति ने 2-3 दिन पहले पूरे प्रकरण की योजना बनाई थी। दोनों बच्चों (नींद में) का टाइल्स कटर से गला काटने के बाद दंपत्ति ने जहर खा लिया। यह चौंकाने वाला मामला शनिवार तड़के करीब 2 बजे फ्लैट में तब हुआ, जब दोनों बच्चे सो रहे थे।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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