बीए, एलएलबी व एलएलएम करने के बाद निष्कर्ष बन गए बिरयानी मैन, बनाया खूबसूरत कैफे, कॉन्टिनेंटल इंडियन चाइनीज की भी वैरायटी
देहरादून के नामी ब्राइटलैंड्स स्कूल से आईएससी पास करने के बाद युवा निष्कर्ष धस्माना ने उत्तरांचल विश्वविद्यालय से पहले बीए एलएलबी किया, फिर एलएलएम पास की और वकील बने। बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड में पंजीकृत हो कर देहरादून में वकालत शुरू की पर बहुत ज्यादा मन वकालत में नहीं लगा। क्योंकि उनकी मंजिल कहें या मकसद वो तो बहुत दूर था। उनका कुछ अलग करने का इरादा था। इसलिए बहुत रिसर्च करने के बाद उन्होंने देहरादून के करनपुर में अपनी पैतृक संपत्ति में एक कैफे खोलने का प्लान बनाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून के करनपुर में अपने पुश्तैनी मकान में बगैर किसी छेड़ाछाड़ के एक रेस्टोरेंट तैयार किया। इसका नाम उन्होंने- द दून सोशल रेस्टोरेंट एंड कैफे रखा। पुश्तैनी संपत्ति पर बनाए गए इस खूबसूरत कैफे में शत प्रतिशत स्टाफ उत्तराखंडी रखा। इस कैफे में छोटी सी लाईब्रेरी भी है। साथ ही बिरयानी की कई वैराइटी तैयार की जाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके अलावा कॉन्टिनेंटल इंडियन चाइनीज की भी भरपूर वैरायटी यहां हैं। साथ ही मॉकटेल बार का अपना अलग आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इन सबके बावजूद इस कैफे की बिरयानी इतनी फैमस हुई कि अब निष्कर्ष को बिरयानी मैन के नाम से जाना जाने लगा है। देहरादून में रहने वाले लोग उन्होंने आर्डर दे रहे हैं और खुद ही रेस्टोरेंट में जाकर अलग अलग तरह की लजीज डिश का लुत्फ उठा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मूल ढांचे को ही दिया नया रंग रूप
बातचीत में निष्कर्ष ने बातचीत में बताया कि उन्होंने देहरादून दिल्ली नोएडा गुरुग्राम के सैकड़ों कैफे रेस्तरां विजिट किये। अन्तोगत्वा उन्होंने अपने 71 वर्ष पुरानी करनपुर स्थित संपत्ति में दुकान व मकान दोनों थे को कैफे में तब्दील किया। वे बताते हैं कि बिना मूल ढांचे से छेड़छाड़ किये पुरानी दुकानों व मकान को कैफे में तब्दील करना शुरू में मुश्किल तो लगा, पर जब बन कर तैयार हो गया तो उसकी सभी लोग तारीफ कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूरा स्टाफ उत्तराखंडी, बिरयानी की कई बैरायटी
निष्कर्ष ने बताया कि उनके कैफे में उनके साथ काम करने वाले सभी कर्मचारी उत्तराखंडी मूल के हैं। उनके कैफे के एग्जीक्यूटिव शैफ सौरभ नौटियाल देश विदेश के अनेक नामी रेस्तरां व फ़ूड चेन में काम कर चुके हैं और वे बिरयानी व मुगलाई फ़ूड में पारंगत हैं। इसी प्रकार हर डिपार्टमेंट में कार्यरत शैफ व कुक बहुत तजुर्बेकार हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि उनके कैफे रेस्तरां में बिरयानी हांडी में दम होकर बनती है। वैज नॉन वैज के बहुत सारे ऑप्शन हैं। इन बिरयानी को हांडी में ही पेश किया जाता है। साथ ही जब कोई आर्डर करता है कि हांडी में पेक बिरयानी को गर्म करने के लिए एक मोमबत्ती से गर्म होने वाली अगीठी भी दी जाती है। ताकि लोग गरमागरम बिरयानी का घर में भी जायका ले सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मॉकटेल बार अलग आकर्षण
निष्कर्ष ने बताया कि कैफे में मॉक टेल बार का अलग आकर्षण है जिसमें विभिन्न किस्म की मॉक टेल शेक्स लस्सी कॉफी मिलती है। उन्होंने बताया कि अभी कैफे को खुले मात्र सात महीने हुए हैं, लेकिन Swiggy व Zomato में 4.5 पॉइंट के साथ Biryaniman टॉप थ्री में बना हुआ है । कैफे के साथ साथ ऑनलाइन बिरयानी, तंदूरी कॉन्टिनेंटल, चाइनीज फ़ूड की मांग लगातार बढ़ रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके कारण कैफे में फास्ट फूड का नया काउंटर इसी महीने खोला जाएगा। निष्कर्ष ने बताया कि उनका इरादा आने वाले समय में Biryaniman को उत्तराखंड की एक पॉपुलर फ़ूड चेन बनाने का है। अगर ईश्वर ने आशीर्वाद बनाये रखा तो शीघ्र ही पौड़ी जिले के कोटद्वार में Biryaniman की पहली ब्रांच खोल दी जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
निष्कर्ष ने कहा कि कोई भी साधारण युवा जो कम पैसों में शहर के किसी बेहतरीन कैफे में दोस्तों के साथ आनंद उठाना चाहता हो उसके लिए Biryaniman से बढ़िया कोई ऑप्शन हो नहीं सकता।यदि आप देहरादून में रहते हैं तो इस नंबर 7906357366 पर आप बिरयानी का आर्डर कर सकते हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।