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April 13, 2025

आखिर ये है कौन, जो सीएम की पोस्ट पर ही लोगों को बांट रहा आश्वासन

फेसबुक पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की एक पोस्ट के कमेंट बॉक्स पर यदि कोई दो व्यक्ति चेट करते हैं, तो ऐसे में वे क्या बात कर रहे हैं, इसे कोई देखता है या नहीं। इस पर सवाल उठना लाजमी है।


फेसबुक पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की एक पोस्ट के कमेंट बॉक्स पर यदि कोई दो व्यक्ति चेट करते हैं, तो ऐसे में वे क्या बात कर रहे हैं, इसे कोई देखता है या नहीं। इस पर सवाल उठना लाजमी है। बात जब मुख्यमंत्री की हो तो और भी गंभीर मामला है। क्योंकि मामला सरकार से जुड़ा है और आश्वासन वह दे रहा, जिसे कोई नहीं जानता। साथ ही इसमें एक व्यक्ति दावा कर रहा है कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर तुम्हारी समस्या का समाधान करा देगा।

आइए बताते हैं कि मामला क्या है-
हाल ही में सात अप्रैल को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने फेसबुक वाल पर अपनी पोस्ट डाली। इसमें उन्होंने फोटो डाली। जो सात अप्रैल को कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय में भी विधिवत पूजा अर्चना कर कामकाज की शुरुआत की थी। इस पोस्ट में पूजन, हवन और कामकाज करते हुए कुर्सी में बैठे सीएम की फोटो डाली गई थी।
पोस्ट में बधाई देने वालों के अलावा कुछ ऐसे लोग भी थे जो अपने क्षेत्र की समस्याएं कमेंट बॉक्स में लिख रहे थे। अब सीएम के कमेंट बॉक्स में लिखने वालों को सीएम कार्यालय या उनकी फेसबुक पर निगाह रखने वाले नजर रखें या न रखें, इसका पता नहीं है। इतना जरूर है कि दूसरे लोग जरूर नजर रखे हुए हैं।


लिखी समस्या
पौड़ी जिले की एक समस्या को नीरज पंवार ने कुछ इस तरह से कमेंट बॉक्स में लिखा- Good morning sir। सर मैं पौड़ी जिला पट्टी सितौस्युं और ग्राम बुरांशी का रहने वाला हूँ। मेरा नाम नीरज पंवार है। सर गाउँ में सड़क को बने हुए 8 साल हो गये है। परंतु अभी तक सड़क को पक्का नहीं किया गया है। जिसके कारण वहां रह रहे लोगो को बहुत दिकत का सामना करना पड़ रहा है। अगर बारिश हो जाये तो गाड़ी फंस जाती है। किसी की तबियत खराब हो जाये तो गाड़ी से नहीं ले जा पाते। उपचार के लिए सर इसकी जानकारी कई बार अधिकारियो को और वहाँ के विधायक साहब श्री मुकेश कोली को भी दी गयी। आश्वासन ही मिला और कुछ नही। सर आपसे नम्र निवेदन है की इसका कुछ हल निकाला जाये किसी से सुना की आप तक ये बात पहुचाई जाये तो जरूर ये काम हो जायेगा। इसलिए सर आपको मैसेज किया। सर प्लीज इसका कुछ हल जरूर निकालिएगा।
आपका आज्ञाकारी
नीरज पंवार
ग्राम बुरांशी पट्टी सितौंस्युं, पौड़ी गढ़वाल


अब देखिए पोस्ट पर रिप्लाई
नीरज की इस पोस्ट पर सीएम कार्यालय को कोई देखे या न देखे, लेकिन एक व्यक्ति ने जरूर जवाब दिया। साथ ही नीरज की इस समस्या को हल करने का सीएम से मिलकर आश्वासन दे दिया। अब नीरज और प्रवीन कुमार त्यागी के बीच की चेट को देखिए।
प्रवीन कुमार त्यागी ने एक लैंडलाइन और एक मोबाइल नंबर लिखा और नीरज से कहा कि- इस पर कांटेक्ट करके बताएं।


नीरज- ये नंबर किसका है
प्रवीन कुमार त्यागी- सीएम आफिस
नीरज-नंबर लगता ही नहीं, बस रहा है बस
प्रवीन कुमार त्यागी- जरा इंतजार करो। मैं चार दिन में शहर आ जाऊंगा और सीएम के साथ बैठकर इसे चेक करूंगा।
नीरज-आपका नंबर मिल सकता है
प्रवीन-मैं इंडिया में नहीं हूं


यहां उठते हैं सवाल
सीएम से समस्या का समाधान कराने का आश्वासन देने वाला आखिर कौन है। जो सीएम की फेसबुक वाल पर किए गए कमेंट का जवाब दे रहा है। न ही वह अपने बारे में कोई जानकारी दे रहा है कि वह किस आधार पर समस्या का समाधान करा देगा। यदि वह सरकारी प्रवक्ता या सीएम का प्रवक्ता है तो उसे अपने बारे में बताना चाहिए। यदि वह कुछ भी नहीं तो सीएम की पोस्ट में कमेंट कर रहे व्यक्ति की पोस्ट को खुद सीएम ही नजर अंदाज क्यों कर रहे हैं। क्या पोस्ट में आने वाले हर कमेंट को चेकिंग का कोई सिस्टम नहीं है। बहरहाल जो भी हो, एक व्यक्ति ने समस्या लिखी, जिसका समाधान होना चाहिए। इसके समाधान को लेकर सीएम कार्यालय की ओर से पोस्ट में कोई अधिकारिक जवाब नहीं आया। फिर फेसबुक वाल में पोस्ट डालने का मकसद क्या रह गया। ये भी सवाल उठता है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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