Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 10, 2025

आदिपुरुष फिल्म मेकर्स का फैसला, बदले जाएंगे विवादित डायलॉग

बॉलीवुड फिल्म आदिपुरुष बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी है। इसी के साथ फिल्म की जमकर किरकरी हो रही है। दरअसल कई लोगों का कहना है कि इस फिल्म से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसे में जन-भावना के सम्मान में मनोज मुन्तशिर और आदिपुरुष के निर्माता-निर्देशक ने फिल्म के डॉयलॉग्स बदलने का आश्वासन दिया है। फिल्म से जुड़े लोगों के मुताबिक ‘आदिपुरुष’ को दुनिया भर में शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है और हर उम्र के दर्शकों का दिल जीत रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस फिल्म को एक यादगार सिनेमाई अनुभव बनाते हुए टीम ने जनता और दर्शकों के इनपुट को महत्व देते हुए फिल्म के संवादों में बदलाव करने का फैसला किया। अब निर्माता उन संवादों पर फिर से विचार कर रहे हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि यह फिल्म के मूल सार के साथ प्रतिध्वनित हो और जो अगले कुछ दिनों में सिनेमाघरों में दिखाया जायेगा। यह निर्णय इस बात का प्रमाण है कि बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कलेक्शन के बावजूद, टीम प्रतिबद्ध है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

आदिपुरुष फिल्म से जुड़े लोगों का कहना है कि कुछ भी उनके दर्शकों की भावनाओं और बड़े पैमाने पर सद्भाव से परे नहीं है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने ‘विवादित’ दृश्यों और संवादों की पुन: समीक्षा किए जाने तक आदिपुरुष के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की है। आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) सहित अन्य दलों ने भी फिल्मकार ओम राउत की फिल्म में भगवान हनुमान की प्रस्तुति से लोगों की भावनाएं कथित तौर पर आहत करने को लेकर आलोचना की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

साउथ स्टार प्रभास की आदिपुरुष फिल्म का रिलीज होते ही विरोध शुरू हो गया है। फिल्म के संवाद को लेकर सबसे अधिक विरोध हो रहा है। फिल्म देखने वालों के मुताबिक, फिल्म के डायलॉग भी आपत्तिजनक हैं। इसमें हनुमान के डायलॉग में भी शुद्धता व पावन भाव तक नहीं है। ना ही पूजनीय पात्रों के भाषा श्रद्धा लायक है। कहीं कहीं भाषा टपोरी लगती है। भारत सहित यदि विदेश की बात करें तो नेपाल में भी इस फिल्म का विरोध हो रहा है। एक दर्शक ने कहा कि धार्मिक फिल्म को भी बंबइया फिल्म बना दिया है। ऐसा लग रहा है कि सलमान खान की फिल्मों के डायलॉग चल रहे हैं। एक सीन में भगवान हनुमान का डायलॉग है- कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दूसरे सीन में अशोक वाटिका के रखवाले हनुमान से कहते हैं- तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया। फिल्म में ‘जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे उकी लंगा देंगे। आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं और मेरे एक सपोले ने तु्म्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया, अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है। ऐसे डायलॉग से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस बीच नेपाल की राजधानी काठमांडू में फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी गई थी। काठमांडू के महापौर बालेंद्र शाह ने भारतीय फिल्म “आदिपुरुष” के निर्माताओं से सीता के जन्मस्थान को लेकर हुई गलती सुधारने के लिये कहा है, जिसके बाद शहर के सिनेमाघरों में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। बालेंद्र शाह ‘बालेन’ ने फिल्म निर्माताओं से कहा है कि वे अपनी फ़िल्म में से इस डायलॉग को हटा दें। इसके लिए उन्होंने फिल्म निर्माताओं को तीन दिन का वक़्त दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, बीबीसी की खबर है कि फ़िल्म निर्माताओं से जुड़े सूत्रों ने बीबीसी हिंदी को बताया है कि नेपाल के सेंसर बोर्ड ने फिल्म में से आपत्तिजनक सामग्री को म्यूट कर दिया है। नेपाल में इस फ़िल्म को एक अलग तरह के विवाद का सामना करना पड़ रहा है। इस फ़िल्म में सीता को भारत को बेटी बताया गया है। वहीं, नेपाल दावा करता आया है कि पौराणिक किरदार सीता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था। इसी वजह से नेपाल में फिल्म के इस डायलॉग पर विवाद खड़ा हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

फिल्म में अभिनेता प्रभास ने राघव (राम), कृति सैनन ने जानकी (सीता), सनी सिंह ने शेष (लक्ष्मण) और सैफ अली खान ने लंकेश (रावण) की भूमिका निभाई है। फिल्म का निर्देशन ओम राउत और निर्माण टी-सीरीज ने किया है। आदिपुरुष का निर्माण में खर्च करीब 500 करोड़ रुपये बताए जा रहे हैं।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

 

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page