उत्तराखंड में भर्ती घोटालों की सीबीआइ से जांच की मांग को लेकर एबीवीपी मुखर, कई जगह कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
अभाविप के जिला संयोजक सौरभ जोशी के नेतृत्व में छात्रों ने सामने आ रहे भर्ती घोटालों पर नाराजगी जाहिर करते हुए नारेबाजी की। ज्ञापन में कार्यकर्ताओं का कहना है कि भर्ती परीक्षा और नियुक्तियों में घोटाला और भ्रष्टाचार का उजागर होना गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा कड़ी मेहनत से नौकरी के लिए तैयारी करते हैं, लेकिन धनबल के दम पर अयोग्य रोजगार हासिल कर रहे हैं। युवाओं के हितों से खिलवाड़ किया जा रहा है। कहा कि छात्र संगठन योग्य युवाओं के साथ हो रहे इस अन्याय की कड़ी निंदा करता है और जब तक मामले की जांच कर दोषियों को सजा नहीं सुनाई जाती, संघर्ष करता रहेगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो छात्र सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। वहां पर राजेंद्र दानू, हिमांशु जोशी, ललिता थापा, भावना, पूजा भट्ट, पंकज कुमार, आशीष कुमार, हरीश कुमार आदि थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डाकपत्थर में भी किया गया प्रदर्शन
अखिल भारतीय परिषद के कार्यकर्ताओं ने भर्तियों में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर देहरादून के डाकपत्थर में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि घोटालेबाजों ने प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया है। सरकारी नौकरी की उम्मीद में प्रदेश का युवा मेहनत कर भर्ती परीक्षाओं में शामिल होता है, लेकिन कुछ लोगों की ओर से पहले ही नौकरियों को बेच दिया जाता है। इससे मेहनत करने वाले युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। गरीब परिवारों के युवाओं के हक की नौकरियों पर उत्तराखंड में पनप रहे नौकरी माफिया डाका डाल रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कहा कि ऊंची पहुंच वाले अमीर वर्ग के युवा पंद्रह लाख में सरकारी नौकरी खरीद रहे हैं, जबकि गरीब वर्ग का मेहनती युवा नौकरी के अभाव में दर दर भटकने को मजबूर है। कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समेत विधानसभा सचिवालय की नौकरियों में हुए घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में प्रेम चंद्र नौटियाल, रितेश सोनकर, आशीष बिष्ट, राकेश, तुषार कपूर, अरुण भागर्व, हर्ष शर्मा, सलमान, विशेष बड़वाल, सूरज आदि शामिल रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने छह युवकों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 32 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें बीजेपी नेता भी शामिल है, जिसे पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके बाद अब हर दिन किसी ना किसी विभाग में भर्ती घोटाला उजागर हो रहा है। साथ ही पूर्व विधानसभा अध्यक्षों पर भी बैकडोर से नियुक्ति करने के आरोप लगे। वहीं, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री पर भी ऐसे ही आरोप लग रहे हैं। ऐसे में अब मांग उठ रही है कि पूरे प्रकरणों की सीबीआइ से जांच कराई जाए, या फिर उच्च न्यायालय के सीटिंग जज की अध्यक्षता में गठित समिति से जांच हो।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।