यूकेएसएसएससी घोटाले के खिलाफ आप कार्यकर्ताओं ने दिया धरना, चेहतों को बचाने में जुटी है सरकारः जोत सिंह बिष्ट
उन्होंने कहा कि विधानसभा भर्ती घोटाला हो, या यूकेएसएसएससी प्रकरण हो, या बहन अंकिता भंडारी हत्या हो। सरकार अपने बड़े नकाबपोशओ को अपनी शरण में लेकर उन्हें सुरक्षा प्रदान कर रही है। आम आदमी पार्टी पुरजोर तरीके से सरकार से मांग करती है जिन बच्चों ने परीक्षा अपनी मेहनत से पास की, उनके साथ यह अन्याय नहीं होना चाहिएष जिन्होंने नकल करके या करा कर परीक्षा को पास किया, उन्हें जेल की सलाखों के पीछे कर डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की मनसा बिल्कुल भी दोषियों को सजा देने की नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश को गुमराह कर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास करती रहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा रोजगार से परेशान हैं। महिलाएं महंगाई से त्रस्त हैं। जिस तरीके से बहन बेटियों के साथ आज घटनाएं घट रही हैं, उससे तो यही साफ होता है कि सरकार प्रदेश की जनता के वादों पर खरी नहीं उतर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवा अन्य प्रदेशों में पलायन कर जाने को मजबूर हैं। सरकार ने युवाओं को स्वरोजगार देने का वादा किया था, जो अब जुमलेबाजी में तब्दील हो चुका है। बेरोजगार रोजगार को लेकर त्राहिमाम त्राहिमाम है, लेकिन सरकार सत्ता के नशे में यह भूल चुकी है कि युवाओं की ताकत ने ही वोट देकर दोबारा बीजेपी सरकार बनाने का काम किया। उन्हीं के साथ प्रदेश की सरकार बेरोजगारी देकर धोखा कर रही है। सरकार से मांग है 2023 में युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के अवसर प्रदान करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश उपाध्यक्ष आर पी रतूड़ी ने कहा सरकार के नुमाइंदे विकास कार्यों का बजट खर्च नहीं कर पा रहे हैं। तीन महीने में इस बजट को ठिकाने लगाने के लिए जल्दबाजी में प्रस्ताव कर बजट पर लीपापोती करने का काम यह सरकार करने जा रही है। जो पैसा नौ महीने में खर्च नहीं हुआ, उसे मंत्रीगण तीन महीने में किस तरह से जनहित में लगाकर खर्च करेंगे, यहां से भ्रष्टाचार की बू आती है। धरने का संचालन कमलेश रमन प्रदेश प्रवक्ता ने किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष उमा सिसोदिया, सीपी सिंह, सुधा पटवाल, अशोक सेमवाल, सतीश शर्मा, बलवंत पवार, सुशील सैनी, सीमा कश्यप, इकबाल राव, श्याम बाबू पांडे, रेहाना परवीन, नासिर खान, प्रकाश राणा, नफीसा बानो, गीता देवी, सरदार हरकिशन, ललिता कोहली आदि मौजूद रहे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।