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December 23, 2024

प्यारी पहाड़न रेस्टोरेंट संचालिका से मिलने पहुंचे आप नेता जुगरान, कहा- दूसरों के लिए प्रेरणा

उत्तराखंड में आप नेता रविंद्र जुगरान प्यारी पहाड़न रेस्टोरेंट की संचालिका प्रीति मेंदोला से मिलने बंजारावाला पहुंचे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह उनके साथ खड़े हैं।

देहरादून में प्यारी पहाड़न नाम से खुले रेस्टोरेंट को लेकर सोशल मीडिया में दो धड़े पक्ष और विपक्ष में खड़े हो गए। कोई रेस्टोरेंट के नाम को लेकर आपत्ति जताकर विरोध कर रहा है, वहीं दूसरी नजर से देखने वाले रेस्टोरेंट को महिला की ओर से स्वरोजगार के सार्थक प्रयास से जोड़कर देख रहे हैं। इस विवाद के बीच उत्तराखंड में आप नेता रविंद्र जुगरान प्यारी पहाड़न रेस्टोरेंट की संचालिका प्रीति मेंदोला से मिलने बंजारावाला पहुंचे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह उनके साथ खड़े हैं।
रविन्द्र जुगरान ने प्रीति से मिलकर उनको बधाई देते हुए कहा कि प्रीति उत्तराखंड की बेटी है और उसने स्वरोजगार अपनाते हुए प्यारी पहाड़न नाम से रेस्टोंरेट खोला है, जो एक युवा की ओर से किया गया काफी सार्थक प्रयास है। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ रेस्टोरेंट नहीं, बल्कि उत्तराखंडियत को भी आगे बढाने का काम है। उन्होंने कहा कि यहां से उत्तराखंड के व्यंजनों का प्रचार प्रसार होगा तो राज्य के उत्पादों का भी बाजार बनेगा। उन्होंने कहा कि जब बाहर अन्य राज्यों से पर्यटक यहां आते हैं और ऐसे रेस्टोरेंट उन्हें दिखते हैं तो स्वाभाविक है कि यहां के व्यंजनों का सीधा प्रचार ऐसे रेस्टोंरेंट से हो सकेगा।
रेस्टोरेंट का नाम प्यारी पहाड़न विवाद पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने विवाद उत्पन किया, उन्हें मालूम ही नहीं कि प्यारी पहाड़न का तात्पर्य क्या है। अगर उत्तराखंड में इस नाम से रेस्टोरेंट नहीं खुलेंगे तो और कहां खुलेंगे। उन्होंने कहा कि ये एक अच्छा प्रयास है और अन्य नौजवानों के लिए भी प्रीति एक प्रेरणा बनने का काम कर रही हैं। वह नौजवान के लिए प्रेरणा हैं जो अपने दम पर स्वरोजगार अपना सकें और पहाड़ों के बने उत्पादों का प्रचार समेत अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बन सके।
वहीं इस दौरान प्यारी पहाड़न रेस्ट्रों की संचालिका प्रीति मैंदोला ने बताया कि नाम पर उठे विवाद को लेकर वो किसी की सोच को नहीं बदल सकती हैं। इस घटनाक्रम के बाद उन्हें कई लोगों का साथ मिला और आप पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी उनकी हिम्मत बढ़ाई। इसके लिए वो आप पार्टी का तहे दिल से धन्यवाद करती है। रविन्द्र जुगरान के साथ ही रविन्द्र पडियार समेत अन्य आप कार्यकर्ता भी थे।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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