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September 14, 2025

आम आदमी पार्टी का बयानः उत्तराखंड में सरकार बनते ही देवस्थानम बोर्ड होगा निरस्त, पहली कलम की बातें याद रखनी पड़ेंगी

आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में सरकार बनाने का सपना संजोकर चुनाव पूर्व की घोषणाओं की तो आम आदमी पार्टी को अब तो लिखकर लिस्ट बनाकर तैयार रखनी होगी।

आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में सरकार बनाने का सपना संजोकर चुनाव पूर्व की घोषणाओं की तो आम आदमी पार्टी को अब तो लिखकर लिस्ट बनाकर तैयार रखनी होगी। क्योंकि इस पार्टी के हर नेता लगातार घोषणा कर रहे हैं। दावा ये भी किया जा रहा है कि पहले कलम से ये कर दिया जाएगा। अब घोषणाओं की लिस्ट लगातार लंबी होती जा रही है। पहली कलम से क्या क्या होगा। इसे भी लिखकर याद रखने की जरूरत पड़ेगी। क्योंकि पहली कलम से बिजली संबंधी छूट की घोषणा दिल्ली के सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल कर चुके हैं। वहीं, आप नेता कर्नल (सेनि.) कोठियाल सहित अन्य नेता टेक होम राशन योजना, रोजगार, उपनल कर्मियों की मांग, आशा वर्कर्स की मांग, आंगनवाड़ी की मांग सहित कई मुद्दों पर पहली कलम से सरकार बनते ही आदेश जारी करने की घोषणा कर चुके हैं। अब आप प्रवक्ता नवीन पीरशाली ने आज कहा कि उत्तराखंड में आप की सरकार बनते ही पहली कलम से देवस्थानम बोर्ड को निरस्त किया जाएगा। ऐसे में आप के आश्वासनों की लिस्ट लंबी होती जा रही है।
आप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आप प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली और केदारनाथ विधानसभा प्रभारी सुमंत तिवारी ने राज्य सरकार पर देवस्थानम बोर्ड के नाम पर तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारियों के साथ हो रहे खिलवाड को लेकर जमकर निशाना साधा है। नवीन पिरशाली ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। लंबे समय से तीर्थ पुरोहित इस बोर्ड के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। सरकार तीर्थपुरोहितों के आंदोलन के बावजूद अभी भी कमेटी बनाने की बात कर रही है। उन्होंने कहा देवस्थानम बोर्ड बना कर हजारों साल की परंपरा पर बीजेपी ने प्रहार किया है।
उन्होंने कहा जो बीजेपी मंदिरों की व्यवस्था को सुधारने की बात पर 2017 में चुनाव जीती। प्रचंड बहुमत जनता ने जिनको दिया, वही बीजेपी आज देवस्थानम बोर्ड के जरिये हमारे मंदिरों को सरकार के शिकंजे में डालने का काम किया है। तीर्थपुरोहित इस बोर्ड के खिलाफ प्रधानमंत्री को अपने खून से पत्र लिखकर भी भेज चुके हैं। पूरे देश में अलग अलग स्थानों पर बीजेपी के लोग भी इसका विरोध कर रहे हैं। बावजूद इसके अभी तक इसको लेकर सरकार कोई निर्णय नहीं ले पाई।
केदारनाथ विधानसभा प्रभारी सुमंत तिवारी ने भी इस मौके पर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार देवस्थानम बोर्ड के नाम पर पुरोहितों का उत्पीडन कर रही है। और लगातार चारधामों में हो रहे प्रदर्शन पर भी सरकार पुरोहितों की मांगें नहीं मान रही है। उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर सिर्फ तीर्थपुरोहितों की भावनाओं के साथ खिलवाड की साजिश रची जा रही है और कमेटी गठन के बहाने से उन्हें गुमराह करने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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