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April 25, 2025

देहरादून के आसमान में दिखा अनोखा नजारा, सूरज के चारों को बना गोल सतरंगी छल्ला, जानिए क्यों होती है ये घटना

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के आसमान में आज रविवार 24 जुलाई की दोपहर एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। लोग आसमान की तरफ देखकर हैरान हो गए और फटाफट सूरज की तस्वीर निकालने लगे।
फोटोः आभार समीना

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के आसमान में आज रविवार 24 जुलाई की दोपहर एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। लोग आसमान की तरफ देखकर हैरान हो गए और फटाफट सूरज की तस्वीर निकालने लगे। क्योंकि सूरज के चारों ओर से सतरंगी छल्ला नजर आ रहा था। इसकी तस्वीर लोग अब सोशल मीडिया में शेयर कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ऐसी घटना जून माह से लेकर जुलाई माह तक तक अक्सर आसमान में दिख सकती हैं। वैज्ञानिक भाषा में इसे ‘सन हालो’ कहते हैं। सूर्य के चारों ओर बनने वाले इस सतरंगी छल्ले को ‘सन हालो’ कहा जाता है। हालो प्रकाश के कारण उत्पन्न ऑप्टिकल घटना का नाम है। वैज्ञानिकों के मुताबिक ये एक आम प्रक्रिया है। यह तब होता है, जब सूरज धरती से 22 डिग्री के एंगल पर पहुंचता है तो आसमान में नमी की वजह से इस तरह का रिंग बन जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 


पिछले साल मई में बंगलूरू के लोगों ने ऐसा ही नजारा देखा था। इसी तरह का नजारा पिछले साल दो जून 2021 में हेदराबाद में भी देखा गया था। यहां के लोगों को तब यह खास दृश्य देखने को मिला जब दोपहर को सूर्य के चारों ओर एक चमकीला ‘हेलो’ दिखाई देने लगा। बताया जा रहा है कि जब सूरज धरती से 22 डिग्री के एंगल पर होता है तब आसमान में पतली परत वाले बादलों की वजह से यह करिश्माई छल्ला बनता है। इंद्रधनुष की तरह का ये छल्ला लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बताया जा रहा है कि सूर्य के चारों ओर ऐसा नजारा देखकर लोग जरूर हैरान हुए मगर यह कोई अलौकिक घटना नहीं है। ‘सन हालो’ केंद्र में सूर्य के साथ एक आदर्श वलय की खगोलीय घटना है। सूरज की किरणें जब आसमान की नमी से टकराती है तो रोशनी की वजह से चारों ओर ये रिंग दिखती है। कई बार रात में चांद की रोशनी से भी हालो बनता है। यह बेहद सामान्य है। जो एक आम बात है। ठंडे देशों में यह एक सामान्य घटना है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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