उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति की बैठक, मोदी सरकार की नीतियों का विरोध, सात अप्रैल को दून में होगा प्रांतीय कंवेंशन
उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति की बैठक आज देहरादून में इंटक के कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व कैबिनेट मंत्री व इंटक के प्रान्तीय अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने की। बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को समर्थन दिया जाएगा। इस अवसर पर तय किया गया कि सात अप्रैल को राज्य स्तरीय कन्वेंशन खुशी राम लाइब्रेरी में आयोजित किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर मोदी सरकार की ओर से मजदूरों के खिलाफ श्रम कानून में जो संशोधन किए गए हैं, उन्हें वापस लेने, सार्वजनिक संस्थाओं के निजीकरण पर रोक लगाने, श्रमिकों को 26000 न्यूनतम वेतन देने, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने, महंगाई पर रोक लगाने, ओएनजीसी के देहरादून से दिल्ली स्थानांतरण करने पर रोक लगाने, एमएसपी पर कानून बनाने अन्य मांगों को इंडिया गठबंधन के घोषणा पत्रों में शामिल करने की मांग की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर तय किया गया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में किये गए संघर्षो को मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए मजदूर वर्ग को इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देने और मोदी हटाओ देश बचाओ के नारे के साथ मजदूरों के बीच में जाकर जन जागरण किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति द्वारा लड़े गए असंख्य संघर्षों में आए मजदूर वर्ग इस बार मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करके ही छोड़ेगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आयुध निर्माणियों का नगरीकरण हो, बीमा बैंकों, रेलवे बंदरगाहों, हवाई अड्डो के निजीकरण, मोदी सरकार के द्वारा किया गया तथा 29 श्रम कानून को समाप्त कर कर चार श्रम संहिताएं मालिकों के पक्ष में बनाई गई हैं, जिसका मजदूर वर्ग विरोध करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मजदूरों को गुलामी से बचने के लिए यह एक अच्छा अवसर है। इसके तहत मोदी सरकार को सत्ता से हटाना होगा। उन्होंने मजदूरों से अपील कि कि वे अपने भविष्य के लिए मोदी सरकार को हटाए। इस अवसर पर सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने कहा कि वर्तमान में आईएलओ की रिपोर्ट के अनुसार बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ी है। इससे बेरोजगारों की फौज खड़ी हो गई है। जिससे सस्ता मजदूर उपलब्ध कराने के लिए यह किया गया। देशी -विदेशी कंपनीयो के हितों में नीतियां बनाई गई हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2020 में संसद के अंदर श्रम कानून को तिलांजलि दी गई। उन्होंने बताया कि करोना काल के अंदर जब सारी दुनिया में त्राहि त्राहि मची हुई थी, उस समय आपदा में अवसर ढूंढते हुए अपने कॉरपोरेट, मालिको व पूंजीपति साथियों को फायदा पहुंचाने के लिए श्रम कानून के स्थान पर चार संस्थाएं बनाई गई, किंतु मोदी सरकार उनको लागू नहीं कर पाई। क्योंकि संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने इसका भरपूर विरोध किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अगर श्रमिक जगा नहीं और इस चुनाव में मोदी अगर जीत करके आते हैं तो निश्चित तौर से मजदूर गुलाम बना दिए जाएंगे। उन्होंने कहा की मजदूर वर्ग समझ चुका है कि करोना काल के अंदर जिस तरीके से मजदूरों को हजारों हजार किलोमीटर पैदल चलकर अपने घरों को जाना पड़ा, इसमें से असंख्य मजदूरों की मौत भूख व पैदल चल कर हुई। इसका खामियाजा मोदी सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने मजदूरों से अपील के कि वे अपने पैरों के छालों और जख्मों को याद करें और मोदी सरकार को सत्ता से दूर करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर एटक के प्रांतीय महामंत्री अशोक शर्मा ने कहा कि वर्तमान में लोकसभा चुनाव एक अच्छा मौका है। मजदूरों को अपने ऊपर हुए अत्याचारों का हिसाब किताब चुकाने का और मजदूर मोदी सरकार के द्वारा जो हमले किए गए हैं, उन कुकृत्यों को याद करते हुए वोट देना होगा। साथ ही इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को विजयी बनाना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर तय किया गया कि 7 अप्रैल को राज्य स्तरीय कन्वेंशन आयोजित किया जाएगा। इसमें सीटू, एटक व इंटक के तमाम मजदूर हिस्सेदारी करेंगे। यह कन्वेंशन खुशीराम लाइब्रेरी हॉल में गांधी रोड पर किया जाएगा। इसमें स्कीम वर्क्स आशा, भोजन माता, आंगनबाड़ी बढ़-चढ़कर के हिस्सेदारी करेंगीं। वहीं उद्योग व कारखाने का मजदूर भी इसमें हिस्सेदारी करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर तय किया गया कि मोदी सरकार के कारनामों को उजागर करने के लिए एक बुकलेट भी छापी जाएगी। इसमें मोदी सरकार के द्वारा मजदूर विरोधी कदम उठाए गए हैं, उन्हें याद दिलाया जाएगा। इस अवसर पर इंटक के प्रांतीय महामंत्री रवि नंदन कुमार, उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह नेगी, बैंक कर्मचारी यूनियन से एसएस रजवार, हिमांशु नेगी, मनोज कुमार, किशन गोदियाल, कलीम अहमद, नीरज कांत त्यागी, अजय पाल सिंह उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।