पूर्वानुमान से एक दिन पहले आया पश्चिमी विक्षोभ, दिल्ली में बूंदाबांदी, पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानों में ओलावृष्टि के साथ होगी बारिश
मौसम विभाग के पूर्वानुमान से एक दिन पहले ही पश्चिमी विक्षोभ का असर नजर आने लगा है। आसमान में बादल छाने लगे हैं। समूचे उत्तराखंड में बादलों ने डेरा डाल दिया। दिल्ली के साथ ही दिल्ली एनसीआर में सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के मुताबिक तीन से पांच जनवरी तक पहाड़ों की ऊंची चोटियों में बर्फभारी होगी, वहीं, मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश के साथ ही ओलावृष्टि की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने से इन तीन दिन न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री तक बढ़ सकता है। पांच जनवरी के बाद फिर से सर्दी बढ़ने लगेगी।
दिसंबर माह में देश भर में दो बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए। ये 24 व 25 दिसंबर को और 27 से 29 दिसंबर को सक्रिय हुए थे। दूसरी बार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई। वहीं, मैदानी क्षेत्र में हल्की बारिश हुई थी। इसके बाद मौसम साफ हुआ और नए साल का आगाज भी साफ मौसम से हुआ।
दिल्ली में सर्दी ने तोड़े रिकॉर्ड
वहीं नए साल में सर्दी ने भी रिकॉर्ड तोड़े। देश की राजधानी दिल्ली नए साल पहले ही दिन एक जनवरी को सर्दी ने 15 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया। न्यूनतम तापमान महज 1.1 डिग्री पर सिमट गया, हालांकि दिन के समय लोगों को कुछ राहत मिली। अब यह ठंड 7 जनवरी से दोबारा वापसी कर सकती है। इस बीच रुक-रुककर बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। जनवरी के महीने में दिल्ली की पिछले 10 साल में सबसे ठंडी सुबह नए साल के पहले दिन महसूस की गई। इससे पहले 8 जनवरी 2006 को 0.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ था। जनवरी में अब तक का मिनिमम टेंपरेचर का रेकॉर्ड -0.6 है, जो 16 जनवरी 1935 में दर्ज हुआ
पांच जनवरी तक होगी बारिश और बर्फबारी
मौसम विभाग के मुताबिक फिर से पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। तीन जनवरी से पांच जनवरी तक इसका ज्यादा असर रहेगा। इस दौरान ओलावृष्टि की संभावनाएं बढ़ेंगी। ज्यादा बारिश नहीं होगी, हल्की व मध्यम बारिश हो सकती है। पहाड़ी क्षेत्र में भारी हिमपात हो सकता है। तीन से पांच पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्र में ओलावृष्टि होगी। इनमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश में वर्षा और ओलावृष्टि की संभावना है। दक्षिण भारत में भी इक्का दुक्का स्थान तमिलनाडू, पुड्डूचेरी, केरल में बारिश होगी। इस दौरान कोल्ड डे कंडीशन खत्म हो जाएगी। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के दौरान तीन से पांच डिग्री न्यूनतम तापमान बढ़ेगा। जैसे ही पस्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ेगा। इसके बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी।
उत्तराखंड का मौसम
शनिवार की सुबह से ही उत्तराखंड में बादल छाए हुए हैं। गढ़वाल मंडल के चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, कुमाऊं जिले के चंपावत, नैनीताल सहित अन्य जनपदों में भी बादल छाए हैं। मैदानी इलाकों उधमसिंह नगर और हरिद्वार में भी बादल हैं। इससे बारिश की संभावना बन रही है। मौसम विभाग के मुताबिक तीन दिन तक पहाडों में बर्फबारी के साथ ही हल्की बारिश होगी। मैदानी इलाकों में ओले गिरने के साथ ही हल्की से हल्की बारिश होगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।