बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह बने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष, साक्षी मलिक ने किया सन्यास का ऐलान
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने अब कभी कुश्ती नहीं खेलेंगी। बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष चुने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक नजर आ रहीं दिग्गज पहलवान साक्षी ने कहा कि फेडरेशन के खिलाफ लड़ाई में बहुत साल लगे। आज जो प्रेसिडेंट बना है, वो उसके बेटे से भी प्रिय है या उसका राइट हैंड कह लीजिए। किसी महिला को भागीदारी नहीं दी गई। मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) का नया अध्यक्ष संजय सिंह को चुना गया है। वह WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी हैं। साक्षी इस फैसले से काफी निराश थी और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के अपना फैसला सुनाया। बता दें कि 21 दिसंबर को कुश्ती महासंघ के चुनाव हुए और इसके तुरंत बाद आए परिणाम में संजय के नाम पर मुहर लग गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि हमने हर तरीके से कोशिश की तब दिल्ली की सड़कों पर बैठे। हमने क्लियरली नाम लेकर बताया था कि लड़कियों को बचा लीजिए। हमसे तीन-चार महीने का वेट करने को कहा और कुछ नहीं हुआ। संजय सिंह को आज अध्यक्ष बनाया गया। उसको प्रेसिडेंट बनाना मतलब खिलाड़ी लड़कियों को फिर से शिकार होना पड़ेगा। ये जो हम लड़ाई लड़ रहे थे उसमें कामयाब नहीं हो पाये। हमें नहीं पता देश में न्याय कैसे मिलेगा। फोगाट ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि आज रेसलिंग का भविष्य अंधकार में है। किससे दुख बतायें, हमें नहीं पता। हम ट्रेनिंग कर रहे हैं, फिर भी आपसे बताने आये हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बजरंग पुनिया बोले-हम राजनीति नहीं, बहन बेटियों की लड़ाई लड़ रहे
वहीं, पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि हमारी लड़ाई न पहले सरकार से थी और न आज है। पूरे देश ने उसकी पावर और पीछे काम कर रहे तंत्र देख लिया। 20 लड़कियां आयी थीं। ये लड़ाई सबको लड़नी पड़ेगी। हमें नहीं लगता हम रेसलिंग कभी कर पाएंगे। हमारे लिए जातिवाद नहीं है, लेकिन वो बता रहे हैं कि हम जातिवाद करते हैं। हम राजनीति करने नहीं बल्कि बहन बेटियों की लड़ाई लड़ने आये हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप
पहलवानों ने एक नाबालिग पहलवान समेत 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसे लेकर पहलवानों ने जमकर प्रदर्शन किया था। साक्षी उस आंदोलन का हिस्सा थी। संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने लड़ाई पूरे दिल से लड़ी, लेकिन अगर अध्यक्ष बृजभूषण की तरह ही रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्याग रही हूं। साक्षी अपने इस बयान के बाद फूट-फूटकर रोने लगीं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।