चारधाम यात्रा का समापन, शीतकाल के लिए बंद हुए बदरीनाथ धाम के कपाट

बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है। इसके साथ ही आज चारधाम यात्रा का भी समापन हो गया। इस दौरान सेना के बैंड से मधुर धुन के साथ ही भगवान के जयकारों से धाम गूंज उठा। कपाटबंदी की प्रक्रिया सुबह से ही शुरू हो गई थी। शनिवार को रावल स्त्री वेष धारण कर माता लक्ष्मी को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उसके बाद उद्धव जी व कुबेर जी मंदिर प्रांगण में लाया गया। दोपहर 3:33 बजे पर धाम के कपाट बंद कर दिए गए। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान होने का आमंत्रण दिया गया था। इस दौरान मंदिर में पूजा अर्चना की गई। अब कुबेर जी और उद्धवजी को पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर में स्थापित किया जाएगा। यहीं बदरीविशाल की शीतकाल में पूजा होगी। वहीं, शंकराचार्य जी गद्दी को जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर में लाया जाएगा।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।