केदारनाथ में राहुल गांधी का सेवा का भंडारा, भोले के दरबार में भगवान के जयकारे की बजाय मोदी भक्तों ने लगाए मोदी-मोदी के नारे

राहुल गांधी इन दिनों तीन दिवसीय केदारनाथ प्रवास में हैं। भगवान के दर पर कोई भी जाता है कि मन और मस्तिक का मेल घर छोड़कर जाता है और राजनीति से दूर रहता है। राहुल गांधी ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से भी अपील की है कि वे उनसे इस दौरान ना मिलें, क्योंकि वह निजी यात्रा पर केदारनाथ आए हैं। वहीं, वह श्रद्धालुओं के लिए सेवा का भंडारा भी लगा रहे हैं। वहीं, कई मौके ऐसे भी आए जब मोदी भक्तों ने राहुल गांधी को चिढ़ाने के लिए भगवान के बजाय भोले के दरबार में मोदी मोदी और जय श्री राम के नारे लगाए।

रविवार को राहुल गांधी केदारनाथ पहुंचे। वह शाम की आरती में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने धाम में श्रद्धालुओं को चाय भी परोसी। आज दूसरे दिन भी सुबह राहुल ने श्रद्धालुओं को चाय परोसी। इसके बाद दोपहर में श्रद्धालुओं को राहुल गांधी ने अपने हाथ से भंडारा परोसा। आज भी कई बार मोदी मोदी के नारे लगाने वाले सक्रिय रहे। इस पर कुछ कांग्रेस के लोगों ने इसका विरोध भी किया और जय केदार के नारे लगाए। शालीनता ये रही कि उन्होंने मोदी भक्तों की तरह राहुल गांधी के नारे नहीं लगाए और भगवान के जयकारे लगाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज जहां उन्होंने आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के दर्शन भी किए। राहुल ने वहां पहुंचे समर्थकों को निराश नहीं किया और सबको हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस दौरान प्रशासन व पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नहीं चले कैमरे तनकर
आरती के दौरान राहुल गांधी ने फोटो खिंचवाने पर ध्यान नहीं दिया। हालांकि, गर्भ गृह में फोटो की मनाही है, लेकिन पीएम मोदी जब भी केदारनाथ आते हैं तो उनकी पूजा करते हुए फोटो वायरल होती है। वहीं, आरती में राहुल के साथ सीमित लोग ही शामिल हुए। मंदिर के भीतर की राहुल की उनकी फोटो नहीं खींची गई। हालांकि, खुले में (मंदिर के बाहर) जब राहुल गांधी ने पूजा की, उस समय की तस्वीरें जरूर सामने आई। उनके साथ फोटोग्राफरों की टीम नहीं थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
2015 में पैदल मार्ग से धाम पहुंचे थे राहुल गांधी
वर्ष 2015 में 23 अप्रैल को राहुल गांधी गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग की 16 किमी दूरी तय कर केदारनाथ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने रास्ते में कई यात्रियों और पुनर्निर्माण में जुटे मजदूरों से बातचीत की थी साथ ही उनके बच्चों से भी मिले थे। उस वक्त राहुल ने लिनचोली में रात्रि प्रवास किया था। 24 अप्रैल को वह श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर मंदिर में पहुंचे थे और करीब पांच घंटे तक धाम में रहे थे।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।