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December 5, 2025

राज्य निर्माण आंदोलनकारी रणजीत सिंह वर्मा की पुण्य तिथि के मौके पर राज्य आंदोलनकारी और पंचायत प्रतिनिधि सम्मानित

उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष रहे पूर्व विधायक रणजीत सिंह वर्मा की कल दो सितंबर को चौथी पुण्य तिथि है। कल ही मसूरी गोलीकांड की बरसी है। वहीं, आज खटीमा गोलीकांड की बरसी थी। ऐसे में स्व. रणजीत सिंह वर्मा स्मृति समिति की ओर से आज देहरादून में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर स्व. रणजीत सिंह वर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से राज्य निर्माण आंदोलनकारियों एवं समाज सेवा से जुड़े लोगों तथा पंचायत प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न देने के साथ ही उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर खटीमा एवं मसूरी गोलीकाण्ड के शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम संयोजक, अग्रणी राज्य आन्दोलनकारी एवं उत्तराखंड रेडक्रॉस के राज्य कोषाध्यक्ष मोहन सिंह खत्री ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्व. वर्मा जी पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। पूर्व काबिना मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि स्व. रणजीत सिंह वर्मा ने विधायक रहते हुए तथा राज्य निर्माण आन्दोलन में जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। रणजीत सिह वर्मा द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में किये गये कार्यों एवं अपनी सादगी के लिए सदैव याद किये जाते रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

वरिष्ठ आन्दोलनकारी नेता रविन्द्र जुगरान ने कहा कि स्व. वर्मा के राज्य आन्दोलन के योगदान को पीढ़ियों तक याद किया जाता रहेगा। उन्होंने मुज्जफरनगर गोलीकाण्ड का स्मरण करते हुए कहा कि वर्मा जी आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे थे, जब निहत्थे आन्दोलनकारियों पर उत्तर प्रदेश की क्रूर पुलिस ने गोलियों की वर्षा की। उन्होंने राज्य निर्माण आन्दोलन का नेतृत्व करते हुए कई जेलों की यात्रायें की। साथ ही बर्बर पुलिस यातनाएं सही। इसके लिए उत्तराखण्ड राज्य का प्रत्येक मानस उनका ऋणी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखण्ड आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने स्व. रणजीत सिंह वर्मा को उत्तराखण्ड राज्य का दूसरा गांधी संबोधित करते हुए कहा कि स्व. इन्द्रमणि बडोनी जहां उत्तराखण्ड के पहले गांधी थे, तो स्व. रणजीत सिंह वर्मा को दूसरे गांधी के रूप में देखा जायेगा। रणजीत सिंह वर्मा ने यदि राज्य निर्माण के उपरान्त राजनीति से संन्यास नहीं लिया होता, तो आज राज्य की राजनीति की अलग दिशा होती। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

रणजीत सिंह वर्मा चैरिटेबिल ट्रस्ट के अध्यक्ष अजय वर्मा ने कहा कि स्व. रणजीत सिंह वर्मा का शिक्षा के प्रति बड़ा लगाव था। इसके लिए आने वाले समय में चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकजनों एवं बुद्धिजीवियों को सम्मानित करने का कार्यक्रम किया जायेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मौके पर चण्डी प्रसाद थपलियाल, राजेन्द्र शाह, गोपाल चौहान, देवराज, किशन सिंह, सुभाष चैहान, मनोज नौटियाल, रविन्द्र सोलंकी, मौ. शाहिद, सुरेन्द्र सिंह राणा, धर्मेन्द्र रावत, अनुज नौटियाल, अनिल उनियाल, अनिल प्रकाश कौशल, राहुल राणा, देवेन्द्र चैधरी, बृजेश भाटिया, नरेन्द्र सिंह चैहान, आनन्द रमोला, सूरत सिंह नेगी, हरीश पंत, ओमी उनियाल, सुनील नौगांई, अमित थापली, चंद्रा, राजवीर नेगी आदि को सम्मानित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में आंदोलनकारी मंच के जयदीप सकलानी, अशोक वर्मा, नरेन्द्र सिंह चैहान, डा. एम.एन. अंसारी, प्रदीप कुकरेती, चन्द्रमोहन सिंह नेगी, केशव उनियाल, मुन्नी खण्डूरी, पुष्पलता सिलमाना, द्वारिका बिष्ट, प्रमिला रावत, योगेश अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
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Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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