अजीत पवार ने चौथी बार की चाचा शरद पवार से मुलाकात, मनाने का किया प्रयास, मिला ये जवाब

महाराष्ट्र का सियासी पारा गिरने का नाम नहीं ले रहा है। एनसीपी से अलग होने के बाद भतीजे अजीत पवार ने चाचा शरद पवार से चौथी बार मुलाकात की। एक बार फिर से उन्हें मनाने का प्रयास किया। सूत्र बताते हैं कि नतीजा सिफर रहा। ये सीक्रिट मीटिंग शनिवार को पुणे में हुई। जो एक एक कारोबारी फैमिली फ्रेंड के घर पर हुई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मीटिंग के बाद से ही महाराष्ट्र में अटकलों का दौर शुरू हो गया था। कयास लगाए जा रहे थे कि चाचा-भतीजे के बीच फिर से सुलह हो गई है, लेकिन अब इस मीटिंग को लेकर अहम जानकारी सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मीटिंग का मकसद सुलह का ही था। अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को मनाने की कोशिश की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूत्रों के मुताबिक अजित पवार ने शरद पवार को साथ आने के लिए कहा, लेकिन एनसीपी चीफ ने साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं नहीं आ सकता। शरद पवार जब नहीं माने तो अजित पवार ने कहा कि आपके साथ कुछ विधायक हैं जो हमारे साथ आना चाहते हैं। उन्हें आप मत रोकिए। आप उन्हें आशीर्वाद दें। सूत्रों ने बताया कि इस पर शरद पवार ने कहा कि जो जाना चाहे जा सकता है, मैं किसी को नहीं रोकूंगा। लेकिन, वे खुद नहीं जाने वाले हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शरद पवार शनिवार को पुणे में थे। वहीं, चांदनी चौक ब्रिज उद्घाटन के लिए अजित पवार भी पुणे आए थे। इस कार्यक्रम के बाद खबर आई की कोरेगांव पार्क स्थित चोरडिया के आवास पर शरद पवार और अजित पवार के बीच बैठक हुई, जोकि एक घंटे से भी ज्यादा समय तक चली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मुलाकात के बाद सबसे पहले शरद पवार बंगले से बाहर निकले और कुछ देर बाद अजित पवार का काफिला बंगले से निकला। इस मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गर्म है। कहा जा रहा है कि शरद पवार और अजित पवार का गुट विलय करके एक बार फिर साथ आ सकते हैं।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।