भारत के इस शहर की सिटी ऑफ लाइट से भी है पहचान, नाम जानकर हो जाओगे हैरान

यूं तो देश के कई शहर रात को रोशनी से जगमगाते हैं। देहरादून से या फिर सहारनपुर से मसूरी की पहाड़ियां रात को जगमग करती नजर आती है। वहीं, मसूरी से देहरादून या अन्य मैदानी इलाके चमकते हुए दिखाई देते हैं। इसके बावजूद सिटी ऑफ लाइट के नाम से इन शहरों की पहचान नहीं बन पाई है। वहीं, एक ऐसा शहर है जो कि सिटी ऑफ लाइट ( City of Light) के नाम से अपनी पहचान बना चुका है। यह शहर रोशनी की खासियत से परिपूर्ण है और काफी फेमस भी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये शहर है सिटी ऑफ लाइट
यदि आपको बता नहीं है तो यहां हम बताने जा रहे हैं कि कौन सा यह शहर और भारत के किस राज्य में है स्थित है, जिसे सिटी ऑफ लाइट के नाम से जाना जाने लगा है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले जिसे शिव की नगरी भी कहा जाता है। इसी शहर को भारत में रोशनी का शहर कहा जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्यों पड़ा रोशनी का शहर नाम
यह बात आप सभी को पता है कि वाराणसी शहर को काशी भी कहा जाता है। कुछ मान्यताओं के मुताबिक, महाभारत जैसे महाकाव्य में काशी शब्द का उल्लेख है। यह शब्द संस्कृत के शब्द काश से आया है, जिसका अर्थ है चमकने के लिए है। वहीं, इस शब्द का प्रयोग बुद्ध के समय तीर्थयात्रियों द्वारा भी कहा गया है। तभी से इस शब्द को प्रचलन में बताया जाता है। वहीं, शिव की नगरी के रूप में इस शहर के घाट दीपों से रोशन रहते हैं। ऐसे में इस शहर को दीपों का शहर भी कहा जाता है। इसके पीछे अनेक कारण हैं। जैसे कि यहां की धार्मिकता, शिक्षा, ज्ञान, संस्कृति और तीर्थयात्रियों की भरमार इस शहर में रहती है। इस शहर के घाटों पर दीपकों की रौनक से यहां का नाम City of Light पड़ा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बनारस और वाराणसी नाम की कहानी
वर्तमान में बनारस को वाराणसी नाम से जाना जाता है। इसके पीछे तर्क है कि यहां गंगा नदी में दो नदियों का संगम होता है। इसके उत्तर में वरूण और दक्षिण में असी नदी गंगा नदी से मिलती है। ऐसे में इस शहर को वाराणसी कहा जाता है। अब बात कर लेते हैं कि बनारस शब्द की, तो इसे लेकर साक्ष्य नहीं है, लेकिन कुछ थ्योरी के मुताबिक, चूंकि यहां पर शिक्षा, धर्म, ज्ञान, संस्कृति और परंपरााओं का मिश्रण है। ऐसे में इन सब के रस से मिलकर बनारस शब्द की उत्पत्ति कही जाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वाराणसी में है नदियों का संगम
वाराणसी नदी गंगा के तट पर स्थित है और यहां गंगा नदी में वरूण और असी नदी का संगम होता है, जो इसे रोशनी के शहर के रूप में भी प्रसिद्ध करता है। भारत के इस खास शहर के रूप में वाराणसी का महत्व अनमोल है, जिसे रोशनी की दीप्ति और धार्मिकता से जोड़ा जाता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।