Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

November 8, 2024

परम्परागत भोजन को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए द्वारिका सेमवाल को सीएम ने किया सम्मानित

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विगत दो दशक से अधिक समय से उत्तराखंड के परम्परागत भोजन को गढ़ भोज के नाम से देश भर में प्रचारित प्रसारित कर थाली व आर्थिकी का जरिया बनाने के कार्य के लिए द्वारिका प्रसाद सेमवाल को मुख्यमंत्री आवास में एक कार्यक्रम में प्रशस्ती पत्र एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री कहा कि राज्य बनने के साथ ही द्वारिका प्रसाद सेमवाल उत्तराखंड राज्य आन्दोलन की अगुवाई करने वाले नारे कोदा झगोंरा खायेंगे उत्तराखण्ड बनायेंगे को साकार करने के काम में लग गए थे। आज उत्तराखंड के भोजन की चर्चा चारो तरफ है। किसी भी काम के लिए अगर मन बना लिया जाये, तो संसाधन खुद ही जुट जाते हैं। सेमवाल के द्वारा भोजन को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए चलाए गया गढ़ भोज अभियान एक भगीरथ प्रयास है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही द्वारिका सेमवाल की ओर से अनेकों नवाचारी काम किए जा रहे हैं। बीज बम अभियान आज देश का अभियान बन चुका है। वहीं जल संरक्षण के लिए चलाए जा रहे कल के लिए जल अभियान ने जल संरक्षण को एक नई दिशा दी है। वर्तमान समय में पानी को बचाना भी चुनौती पूर्ण काम है पानी बचाने को लेकर किए जा रहे कार्य के लिए आप आने वाले समय में राज्य के ब्रांड एंबेसडर है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने अभियानों के लिए हर संभव सहयोग देने की बात कही। साथ ही द्वारिका प्रसाद सेमवाल के कार्यों पर केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर एवं पर्वतीय शोध केंद्र द्वारा लिखी गढ़ भोज अभियान एवं कल के लिए जल अभियान का विमोचन किया। गढ़ भोज अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने सम्मान के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 से शुरू किया गढ़ भोज अभियान ने कई उतार चढाव देखे, लेकिन निरन्तर प्रयास से आज अपने मुकाम पर पहुंचा। सरकार को गढ़ भोज को मिड डे मील योजना में शामिल करने के लिए आभार। गढ़ भोज को आर्थिकी से जोड़ने के लिए 7 सुझाव का पत्र भी सौंपा जो इस तरह है। उन्होंने सुझाव दिए कि देहरादून सहित पूरे राज्य में गढ़ भोज परोसने के लिए मुख्य चौराहों पर स्थान आरक्षित किए जाए। जहा पर पहाड़ के नौजवान स्थानीय भोजन बन के बेच सके। साथ ही मांग की कि सरकारी कार्यक्रम में आवश्यक रूप से गढ़ भोज परोसा जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री डा मोहन सिंह रावत गांववासी, प्रो जेपी पचोरी, डॉ अरविंद दरमोड़ा, चैतराम सेमवाल, प्रो यतीश वशिष्ठ, एस पी चमोली रिटायर्ड डी आई जी, विकास पंत, गंगा बहुगुणा, संदीप रोथान , प्रेम पंचोली, उद्योगपति यएचडी शर्मा मौजूद रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page