Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

June 17, 2025

गढ़वाल कमीशनर की निगरानी में होगी स्वर्ण मंडित केदारनाथ मंदिर गर्भ गृह की जांचः सतपाल महाराज

उत्तराखंड के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को स्वर्ण मंडित करने से उठे विवाद को विराम लगाते हुए सचिव धर्मस्व को निर्देश देकर गढ़वाल कमीशनर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर मामले की तह तक पहुंचने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जांच कमेटी में तकनीकी विशेषज्ञों के साथ-साथ सुनार को भी शामिल करने की बात कही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सतपाल महाराज ने कहा कि विपक्षी दल आस्था से जुड़े इस मामले को अनावश्यक तूल देकर चारधाम यात्रा में खलल डालने की कुचेष्ठा न करें। गढ़वाल कमीशनर की अध्यक्षता में जांच कमेटी के गठित करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। जो भी दोषी पाया जायेगा उसके विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार धार्मिक आस्था से जुड़े इस मामले को लेकर बेहद संवेदनशील है। मेरा विनम्र आग्रह है कि इस प्रकार के मामलों को विवादों में न डाला जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एक बयान में उन्होंने कहा कि बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अधिनियम-1939 में निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप ही दानी दाता से दान स्वीकारा गया है और श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने के लिए प्रदेश शासन से अनुमति ली गई। महाराज ने कहा कि भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण विभाग के विशेषज्ञों की देख देख में ही स्वर्ण मंडित करने का कार्य किया गया था। बीकेटीसी द्वारा केदारनाथ मन्दिर के गर्भगृह की दीवारों पर सोने की परत चढ़ाने की अनुमति दानी दाता की पावन भावना के अनुरूप दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

महाराज के मीडिया सलाहाकार निशीथ सकलानी की ओर जारी प्रेस बयान में यह भी स्पष्ट किया है कि गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने का कार्य स्वयं दानी दाता ने अपने स्तर से किया है। दानी दाता द्वारा अपने स्तर से ज्वैलर्स से तांबे की प्लेटें तैयार करवाई गई और फिर उन पर सोने की परतें चढ़ाई गईं। दानी दाता ने अपने ज्वैलर्स के माध्यम से ही इन प्लेटों को मंदिर में स्थापित कराया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि सोना खरीदने से लेकर गर्भ ग्रह की दीवारों पर जड़ने तक का सम्पूर्ण कार्य दानी द्वारा कराया गया। मन्दिर समिति की इसमें कोई प्रत्यक्ष भूमिका नहीं थी। स्वर्ण व तांबे की प्लेटों के आधिकारिक बिल व बाउचर भी बीकेटीसी को कार्य पूर्ण होने के पश्चात दे दिए गए थे। बहरहाल सच्चाई जो भी हो उसका पता लगाया जाएगा और जांच कमेटी की जांच के पश्चात ही आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

ये है प्रकरण
दरअसल, चारधाम महापंचायत उपाध्यक्ष और केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। संतोष त्रिवेदी ने मंदिर प्रांगण के बनाए एक विडियो में आरोप लगाया कि मंदिर के गर्भगृह में लगा सोना अब पीतल जैसा नजर आता है। वीडियो में पुरोहित ने दावा किया कि गर्भ गृह में सोने की जगह पीतल लगाया गया। इस वीडियो में मंदिर कमेटी पर सोने की जांच न करने का आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग की। सोशल मीडिया पर त्रिवेदी का यह दावा धड़ाधड़ शेयर हो रहा है। लोग सच जाने बिना ही केदारनाथ मंदिर समिति पर बरस रहे हैं। संतोष त्रिवेदी का आरोप है कि केदारनाथ धाम में लगाए गए 230 किलो सोने की चोरी की गई है। असली सोने की जगह वहां नकली सोना लगाया गया है। इस वजह से गर्भगृह के सोना अब पीतल की तरह दिखने लगा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

केदारनाथ मंदिर समित‍ि ने इन आरोपों का खंडन किया है। कहा है कि बिना तथ्‍यों के भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। ऐसा कर लोगों की भावनाएं आहत करने की कोशिश हो रही है। बीकेटीसी के कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने इसका खंडन करते हुए बकायदा इसका खंडन पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों एवं जलेरी को स्वर्ण जड़ित करावाए जाने का काम पिछले वर्ष एक दानी दाता के सहयोग से किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

Bhanu Prakash

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page