देखें वीडियोः दो साल से आंदोलन कर रहे हैं राज्य कर्मचारी, सरकार खेल रही बैठक बैठक
उत्तराखंड में राज्य कर्मचारी पिछले दो साल से अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। शासन के आला अधिकारियों के साथ कई बार बैठकें कर चुके हैं। सीएम धामी से आश्वासन का झुनझुना भी कई बार ले चुके हैं। इसके बाद भी नतीजा सिफर है। राज्य कर्मचारी फुटबाल की तरह शासन में बैठे एक अधिकारी से लेकर दूसरे के पाले के चक्कर लगा रहे हैं। हर बार उन्हें समस्याओं के समाधान की उम्मीद जगती है। फिर नतीजा सिफर नजर आता है। उत्तराखंड सरकार भले ही समस्याओं को चुटकी बजाकर समाधान की बात करती है, लेकिन चाल कछुवे से भी बदतर है।
उत्तराखंड के सीएम धामी ने शपथ लेते ही ये कहा था कि वह जो भी घोषणा करेंगे उसे छह माह में पूरा करेंगे। तो फिर उनके कार्यकाल के दौरान राज्य कर्मचारियों के संदर्भ में दिए गए आश्वासन के तो दो साल होने को हैं। फिर किस रफ्तार से समस्याओं का समाधान हो रहा है, इसका जवाब भी सीएम धामी जी को देना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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उत्तराखंड के राज्य कर्मचारी वर्ष 2021 से लगातार अपनी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। राज्य कर्मचारियों के सबसे बड़े संगठन उत्तराखंड राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पांडेय ने जब महसूस किया कि कर्मचारियों की 20 सूत्रीय मांगों को लेकर अकेले संगठन के बूते नहीं लड़ा जा सकता है, तो उन्होंने सभी संगठनों को एक करने का प्रयास किया। फिर उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति का गठन किया गया। अब समिति ही राज्य कर्मियों की लड़ाई लड़ रही है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।