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October 26, 2025

टूटते ग्लेशियर का देखें वीडियोः भैरों ग्लेशियर टूटा, बंद हुआ केदारनाथ धाम का पैदल रास्ता, प्रशासन ने कहा-जहां हो वहीं सुरक्षित रहें

गुरुवार चार मई को को राज्यभर में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला कम हुआ, लेकिन शिव भक्तों की मुसीबत कम नहीं हो रही है। केदारनाथ धाम का पैदल रास्ता बार बार अवरुद्ध हो रहा है। एक बार फिर से भैरों ग्लेशियर टूटने के केदारनाथ धाम का पैदल रास्ता अवरुद्ध हो गया है। ऐसे में यात्रा पड़ावों पर ही यात्रियों को रुकने की सलाह दी गई है। कहा गया है कि-जो जहां है, वहीं सुरक्षित स्थान पर रुके रहें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग विगत सायं को भैंरों गदेरे एवं कुबेर ग्लेशियर पर ग्लेशियर टूटने के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग आवागमन हेतु बंद हो गया था। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में यात्रा मार्ग को सुचारु करने के लिए डीडीएमए, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों ने दोनों ग्लेशियरों से बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। भैंरों ग्लेशियर से बर्फ हटाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि कुबेर ग्लेशियर पर बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। जो कि पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों के लिए ही यात्रा मार्ग खोल दिया गया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

उन्होंने बताया कि दोपहर दो बजकर 25 मिनट पर भैरों ग्लेशियर पर दुबारा ग्लेशियर टूटने के कारण यात्रा मार्ग आवाजाही के लिए पूर्णतः बंद हो गया है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुचारु न होने तक केदारनाथ की यात्रा पर न जाएं। जिस स्थान पर हैं, उसी स्थान पर सुरक्षित रहें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

टूटते ग्लेशियर का देखें वीडियो

उन्होंने यह भी कहा कि जो यात्री हेली सेवा से दर्शन करना चाहते हैं, वो हेली सेवा के माध्यम से केदारनाथ धाम के दर्शन कर सकते हैं। उन्होंने यात्रा मार्ग में दोनों ग्लेशियर पर तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों को निर्देश दिए कि अपनी सुरक्षा के साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखें।
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Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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