देखें वीडियोः आज मिलें व्हाट्सऐप कालोनी के व्हाट्सऐप अंकल-आंटी सेः रवीश कुमार
अगर आपसे कहा जाए कि ताली बजाइए तो किस बात पर ज़ोर से ताली बजाएंगे? भारत का निर्यात बढ़ गया या उससे भी ज़्यादा आयात बढ़ गया। अगर ये सवाल मुश्किल है तो आयात का आंकड़ा इस सवाल से हटा देते हैं। अब फिर से सवाल करते हैं। आप किस पर ज़ोर से ताली बजाएंगे कि भारत का निर्यात बढ़ा है या ज़्यादातर भारतीयों की कमाई निगेटिव हो गई है, घट गई है। क्या इस बात का कोई भी मतलब है कि आपकी कमाई निगेटिव हो रही है, घट रही है, और आपसे कहा जाए कि ताली बजाइये, निर्यात बढ़ रहा है। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे एक ही खबर की हेडलाइन हिन्दी और अंग्रेज़ी के अखबारों में अलग अलग है। आप जानेंगे कि कैसे प्रोपेगैंडा होता है। और हाँ व्हाट्सऐप कालोनी के व्हाट्सऐप अंकल-आंटी से भी मिलवाएंगे। आग्रह है कि रवीश कुमार का विडीयो पूरा देखा करें। साथ ही इसे सब्सक्राइब भी कीजिए और ज्वाइन भी कीजिए। (वीडियो के लिए अगले पैरे पर देखिए)
देखें वीडियो
रवीश कुमार के बारे में
रवीश कुमार एक भारतीय पत्रकार हैं। रवीश एनडीटीवी समाचार नेटवर्क के हिंदी समाचार चैनल ‘एनडीटीवी इंडिया’ में संपादक थे। चैनल के प्रमुख कार्यक्रमों जैसे हम लोग और रवीश की रिपोर्ट के होस्ट रहे हैं। रवीश कुमार का प्राइम टाइम शो के साथ देस की बात भी काफी लोकप्रिय रहा। अडानी समूह के हाथों एनडीटीवी की कमान आने पर उन्होंने इस एनडीटीवी से इस्तीफा दे दिया। अब वह यूट्यूब चैनल रवीश कुमार आफिशियल के माध्यम से देश के ज्वलंत मुद्दों पर वीडियो डाल रहे हैं। साथ ही फेसबुक पर उनका रवीश का पेज भी है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।