दून में जयकारों के साथ श्रीझंडे जी का आरोहण, हजारों लोग बने साक्षी, शुरू हुआ मेला, 14 मार्च को नगर परिक्रमा
देहरादून का ऐतिहासिक झंडा मेला श्री गुरु राम राय दरबार साहिब में 86 फीट ऊंचे व 30 इंच मोटाई वाले झंडेजी के आरोहण के साथ आज से शुरू हो गया है। इस पल के साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से पहुंची संगत से दरबार साहिब परिसर पैक हो गया है। इस मौके पर हजारों लोग जुटे। इसके साथ ही झंडा परिसर में मेले भी भी लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दोपहर दो से शाम चार बजे के बीच दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में झंडेजी का आरोहण किया गया। इस बार संसार सिंह पुत्र स्व. फतेह सिंह ग्राम शेखूपुर बाग, पोस्ट जारला, नवा शहर, पंजाब के परिवार को झंडेजी पर पवित्र दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले देहरादून के दरबार साहिब में सुबह सात बजे से पुराने झंडेजी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। दोपहर दो बजे से चार बजे के बीच दरबार साहिब के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में श्री झंडेजी की आरोहण प्रक्रिया चली। जिसके बाद शाम 4 बजकर 10 मिनट पर झंडे जी का आरोहण हुआ। इस दौरान पूरा दरबार साहिब संगत के जय जयकार से गूंज उठा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पंजाब के संसार सिंह ने चढ़ाया दर्शनी गिलाफ
इस बार श्री झंडेजी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का मौका पंजाब के परिवार को मिला। परिवार की सुख-समृद्धि के लिए संसार सिंह ने 30 साल पहले श्री झंडेजी पर गिलाफ चढ़ाने की मन्नत मांगी थी। संसार सिंह इस समय अपनी बेटी के पास अमेरिका में हैं। उन्हें जब पता चला कि इस बार गिलाफ चढ़ाने के लिए उनके परिवार का नंबर आया है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने अमेरिका से ही झंडे जी के आरोहण का लाइव प्रसारण देखा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दोपहर दो बजे से शुरू हुई झंडेजी के आरोहण की प्रक्रिया
झंडेजी को उतरने के बाद दूध, दही व गंगाजल से स्नान कराने के बाद उन्हें गिलाफ चढ़ाने की रस्म शुरू की गई। पहले सादे और फिर शनील के गिलाफ चढ़ाए गए। अंत में दर्शनी गिलाफ चढ़ाया गया। इसके बाद दोपहर दो बजे से झंडेजी के आरोहण की प्रक्रिया शुरू हुई। दर्शनी गिलाफ को छूने के लिए श्रद्धालु आतुर दिखे। दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज की अगुआई में श्रद्धालु 86 फीट ऊंचे झंडेजी को लकड़ी से बनी कैंचियों के सहारे धीरे-धीरे खड़ा किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वातावरण श्री गुरु राम राय महाराज की जय, जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल, सच्चे दरबार की जय, दरबार साहिब की जय आदि जयकारों से गूंज उठा। संगतें ढोल की थाप पर नृत्य करती दिखीं। दरबार साहिब परिसर के अलावा तालाब और आसपास के घरों की छत पर बैठकर झंडेजी दर्शन करते रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दरबार साहिब परिसर से 14 को होगी नगर परिक्रमा
मेला आयोजन समिति व व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि झंडेजी के आरोहण के तीसरे दिन यानी मंगलवार को दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में दरबार साहिब परिसर से सुबह साढ़े सात बजे से नगर प्ररिक्रमा शुरू होगी। जिसमें 25 हजार से अधिक संगत शामिल होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
30 मार्च रामनवमी तक चलेगा मेला
हर वर्ष होली के पांचवें दिन दरबार साहिब में झंडेजी के आरोहण के साथ मेला शुरू होता है। 30 मार्च रामनवमी तक मेला चलेगा। बीते तीन-चार दिनों से उत्तराखंड के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से संगत का दरबार साहिब पहुंचने का सिलसिला जारी है।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।